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एशियन जु-जित्सू चैंपियनशिप में हल्द्वानी की नव्या पांडे ने रचा इतिहास, भारत को दिलाया पहला महिला गोल्ड मेडल

Navya Pandey of Haldwani created history in the Asian Ju-Jitsu Championship, won the first women's gold medal for India

हल्द्वानी (उत्तराखंड): उत्तराखंड की बेटियां देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं और अब हल्द्वानी की नव्या पांडे ने जु-जित्सू में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए भारत को गर्व से भर दिया है। नव्या ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में आयोजित 9वीं एशियन जु-जित्सू चैंपियनशिप 2024 में 45 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लेकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह स्वर्ण पदक विशेष इसलिए भी है क्योंकि नव्या भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं, जिसने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है।

फाइनल मुकाबले में किया दमदार प्रदर्शन

24 मई को हुए फाइनल मुकाबले में नव्या ने कजाकिस्तान की सागदिलदा ऐजी को हराया। उन्होंने अपनी तकनीक और आत्मविश्वास के दम पर मुकाबले में दबदबा बनाए रखा और स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम एशियाई स्तर पर अंकित कर दिया। नव्या ने इस जीत के बाद बताया कि वह इससे पहले महिला वर्ग में भारत के लिए सिल्वर तक की जीत देख चुकी थीं, लेकिन गोल्ड मेडल का सपना अब जाकर पूरा हुआ।

मुख्यमंत्री ने दी बधाई

नव्या की इस सफलता पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें फोन कर बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने नव्या से जल्द मुलाकात करने की बात भी कही। नव्या ने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार का आभार जताते हुए कहा कि उन्हें खेल कोटे के तहत वन विभाग में मिली नौकरी ने आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मदद की।

भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन

जु-जित्सू एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और कोच विनय जोशी ने बताया कि सीनियर अंडर-21 श्रेणी के पहले ही दिन भारतीय टीम ने एक गोल्ड और पांच ब्रॉन्ज मेडल जीतकर बेहतरीन शुरुआत की। नव्या की जीत से टीम का आत्मविश्वास भी काफी बढ़ा है।

खेल प्रेमियों से मिली शुभकामनाएं

नव्या की इस जीत पर उत्तराखंड जु-जित्सू एसोसिएशन की अध्यक्ष रशिका सिद्दीकी, जिला क्रीड़ाधिकारी निर्मला पंत, उप जिला क्रीड़ाधिकारी वरुण बेलवाल समेत अनेक खेल प्रेमियों और अधिकारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और भविष्य में और ऊंचाइयों को छूने की कामना की।

राज्य के युवाओं को मिलेगा प्रोत्साहन

नव्या की यह ऐतिहासिक जीत उत्तराखंड के अन्य युवाओं को खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित करेगी। सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के प्रयास अब रंग ला रहे हैं और नव्या की यह उपलब्धि इसी का प्रमाण है। यह स्वर्ण पदक सिर्फ नव्या की नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड और देश की जीत है।

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