देहरादून, 03 दिसंबर 2024:
मसूरी में जाम की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने हाथीपांव और किंगक्रेग में सेटेलाइट पार्किंग और शटल सेवा की योजना को मूर्त रूप देने का काम तेज कर दिया है। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशन में 15 दिसंबर तक तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए गए हैं।
15 दिसंबर तक सेटेलाइट पार्किंग और सुविधाएं होंगी तैयार
- हाथीपांव और किंगक्रेग पर सेटेलाइट पार्किंग के साथ टॉयलेट, कैंटीन, लाइटिंग, साइनेज और टिकटिंग बैरियर जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
- इन स्थानों पर क्रेस बैरियर लगाकर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा।
शटल सेवा: 15 से 20 दिसंबर तक होगा ट्रायल रन
- शटल सेवा के रूट:
- किंगक्रेग पार्किंग से लाइब्रेरी चौक मसूरी
- किंगक्रेग पार्किंग से पिक्चर पैलेस मसूरी
- हाथीपांव से लाइब्रेरी चौक मसूरी
- हाथीपांव बैंड से पिक्चर पैलेस मॉल रोड मसूरी
- मॉल रोड पर गोल्फ कार्ट की सेवा भी जल्द शुरू होगी, जो पर्यटकों को अंतिम मील कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
आधुनिक तकनीक से सुगम यातायात
- शटल सेवा में आधुनिक तकनीकी का उपयोग कर पर्यटकों और ऑपरेटरों को बेहतर अनुभव प्रदान किया जाएगा।
- सेवा को सुनियोजित ढंग से लागू करने के लिए सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के बाद दिए दिशा-निर्देश
जिलाधिकारी सविन बंसल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों के साथ हाथीपांव से किंगक्रेग तक स्थलों का निरीक्षण किया।
- किंगक्रेग पार्किंग, जो वर्षों से अव्यवस्थित थी, को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
- हाथीपांव मोड़ पर नई पार्किंग विकसित करने की योजना को भी हरी झंडी मिली।
जाम-मुक्त मसूरी: राज्य की पहली सेटेलाइट पार्किंग प्रणाली
मसूरी में राज्य की पहली सेटेलाइट पार्किंग व्यवस्था बनाई जा रही है।
- यह परियोजना न केवल यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि पर्यटकों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगी।
- शटल सेवा के लिए रूट मैप और साइनेज भी लगाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को मार्गदर्शन मिल सके।
मंत्री और अधिकारी जुटे तैयारियों में
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, उप जिलाधिकारी अनामिका, आरटीओ सुनील शर्मा, और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को 15 दिसंबर तक सभी कार्य पूर्ण करने और शटल सेवा के ट्रायल के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।
निष्कर्ष:
मसूरी में यह नई पहल न केवल जाम की समस्या का समाधान करेगी, बल्कि पर्यटकों के लिए आधुनिक, सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव सुनिश्चित करेगी। शटल सेवा और सेटेलाइट पार्किंग का यह मॉडल भविष्य में अन्य हिल स्टेशनों के लिए भी एक मिसाल बन सकता है।