
भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वास्थ्य पर खतरा
चंडीगढ़: आधुनिक जीवनशैली के चलते इंसान कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार लोगों को अपने खान-पान और जीवनशैली में बदलाव करने के लिए जागरूक कर रहे हैं। संतुलित आहार और हरी सब्जियों का सेवन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक माना जाता है, क्योंकि इनमें हाई फाइबर मौजूद होता है। हाल के शोधों में माइक्रोग्रीन्स को बीमारियों से बचाव के लिए एक प्रभावी विकल्प बताया गया है।
पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने किया माइक्रोग्रीन्स पर शोध
पंजाब विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के प्रोफेसर और पर्यावरण समाजशास्त्री डॉ. विनोद चौधरी लंबे समय से नैचुरल पैथी के क्षेत्र में शोध कर रहे हैं। उनके अनुसार, माइक्रोग्रीन्स पर किए गए शोध से पता चला है कि ये पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। प्रो. विनोद वर्तमान में कई शहरों में माइक्रोग्रीन्स प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैं और जल्द ही इसे पंजाब यूनिवर्सिटी में भी लागू करेंगे, ताकि छात्रों को इस बारे में जागरूक किया जा सके।
प्राचीन समय में भी होता था माइक्रोग्रीन्स का उपयोग
डॉ. विनोद चौधरी ने बताया कि माइक्रोग्रीन्स का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। पहले के समय में भारतीय लोग अपने भोजन में हरी सब्जियों के साथ-साथ पौधों की पनीरी (छोटे पौधों) का भी सेवन करते थे। हालांकि, जानकारी के अभाव में धीरे-धीरे इसका उपयोग कम हो गया।
गंभीर बीमारियों से बचाता है माइक्रोग्रीन्स
डॉ. विनोद के अनुसार, माइक्रोग्रीन्स में उच्च मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसके नियमित सेवन से न केवल गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है, बल्कि शरीर में जन्म लेने वाली कई बीमारियों को प्रारंभिक अवस्था में ही खत्म किया जा सकता है।
फास्ट फूड के कारण बढ़ रही बीमारियां
आजकल के फास्ट फूड कल्चर के कारण लोगों के आहार में पोषण की कमी हो रही है। इसकी वजह से बार-बार भूख लगती रहती है, जिससे मोटापा, हृदय रोग और मानसिक रोग जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। डॉ. विनोद ने बताया कि माइक्रोग्रीन्स शरीर में पोषण की कमी को पूरा करने के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं।
स्वस्थ जीवनशैली के लिए माइक्रोग्रीन्स अपनाना जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि माइक्रोग्रीन्स को आहार में शामिल करने से लोगों को संतुलित और पौष्टिक आहार मिल सकता है। यह न केवल बीमारियों से बचाव करता है, बल्कि शरीर की संपूर्ण कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है। आने वाले समय में माइक्रोग्रीन्स स्वस्थ जीवनशैली का एक अहम हिस्सा बन सकते हैं।