
देहरादून (रोहित सोनी): वित्तीय वर्ष 2024-25 के समाप्त होने में महज तीन दिन शेष हैं, और इसी के साथ ट्रेजरी विभाग पर काम का जबरदस्त दबाव बढ़ गया है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि वित्त विभाग ने विभिन्न सरकारी विभागों को मार्च की शुरुआत में ही बजट जारी कर दिया था, जिससे अब अंतिम समय में बजट खर्च करने की होड़ मच गई है।
मार्च के अंतिम दिनों में ट्रेजरी पर बढ़ा कार्यभार
उत्तराखंड सरकार ने हमेशा विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे वर्ष के अंतिम महीने तक बजट बचाने की बजाय समय-समय पर इसे खर्च करें। लेकिन हर साल की तरह इस बार भी विभागों ने मार्च महीने में बजट खर्च करने की गति बढ़ा दी है।
ट्रेजरी विभाग ने 27 मार्च 2025 से सभी विभागीय क्लेम्स पर रोक लगा दी है। कोषागार निदेशालय पहले ही यह तिथि तय कर चुका था। जिसके अनुसार, सभी विभागों को 25 मार्च तक क्लेम की संस्तुति प्रस्तुत करनी थी और 27 मार्च तक ट्रेजरी में फाइलें भेजने की समय सीमा दी गई थी।
अब तक केवल 56% बजट खर्च
वित्त विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 का कुल अनुमानित बजट करीब 94,000 करोड़ रुपये था। लेकिन अब तक मात्र 53,500 करोड़ रुपये ही खर्च हो सके हैं, जो कि कुल बजट का 56% है।
अब तक खर्च किए गए बजट में से 8,900 करोड़ रुपये कैपिटल मद में खर्च किए गए हैं। इसके अलावा, उत्तराखंड में हर महीने 1,000 करोड़ रुपये कर्मचारियों की सैलरी और 600 करोड़ रुपये पेंशन पर खर्च किए जा रहे हैं।
मार्च में सबसे अधिक क्लेम करने वाले विभाग
मार्च 2025 के 1 से 27 तारीख के बीच विभिन्न विभागों ने 8,650 करोड़ रुपये के क्लेम किए थे, जिनमें से 7,850 करोड़ रुपये का भुगतान ट्रेजरी द्वारा कर दिया गया है।
सबसे ज्यादा भुगतान क्लेम करने वाले विभाग थे:
- वित्त विभाग
- शिक्षा विभाग
- स्वास्थ्य विभाग
- लोक निर्माण विभाग
- खेल विभाग
- समाज कल्याण विभाग
- जल आपूर्ति विभाग
ट्रेजरी डायरेक्टर का बयान
उत्तराखंड कोषागार विभाग के निदेशक दिनेश चंद्र लोहनी ने बताया कि-
“हर साल की तरह इस साल भी मार्च के अंत में ट्रेजरी पर भारी दबाव है। कई केंद्रीय योजनाओं के तहत इस दौरान धनराशि अवमुक्त होती है। विभागों को समय-समय पर बजट तिमाही वार खर्च करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अधिकतर विभाग अंतिम महीने में बजट जारी करते हैं, जिससे ट्रेजरी पर अचानक लोड बढ़ जाता है। इस दबाव को संभालने के लिए ट्रेजरी को रोजाना रात 8 बजे तक खुला रखा जा रहा है।”
आगामी वित्तीय वर्ष का बजट और भी बड़ा
जहां वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट अभी तक पूरी तरह खर्च नहीं हो पाया है, वहीं वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए उत्तराखंड सरकार ने 1,01,175.33 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बजट पेश किया है।
मार्च के अंतिम दिनों में ट्रेजरी विभाग पर भुगतान का जबरदस्त दबाव बना हुआ है। सरकार द्वारा समय-समय पर निर्देश देने के बावजूद भी अधिकांश विभाग अंतिम समय में बजट जारी करने की प्रवृत्ति को बदल नहीं पाए हैं। अब यह देखना होगा कि आने वाले वित्तीय वर्ष में इस स्थिति में कोई सुधार होता है या नहीं।