
उत्तराखंड: परिश्रम और लगन से अगर कुछ करने की ठान ली जाए, तो सफलता जरूर मिलती है। उत्तराखंड के ललित लोहनी ने अपनी गुलाब की खेती से यह साबित कर दिया है। कभी छोटे पैमाने पर शुरुआत करने वाले ललित अब सालाना 5 से 6 क्विंटल गुलाब के फूलों का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे 800 किलो गुलाब जल तैयार किया जा रहा है।
गुलाब जल की बढ़ती मांग
ललित लोहनी का गुलाब जल विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ी मांग में है। यह कॉस्मेटिक्स, मिठाइयों, धूपबत्ती और अगरबत्ती उद्योग में इस्तेमाल किया जाता है। उनके उत्पादों की शुद्धता और गुणवत्ता के कारण बाजार में इनकी अच्छी कीमत मिल रही है।
स्थानीय लोगों को भी रोजगार
ललित लोहनी ने अपनी मेहनत से न सिर्फ अपने परिवार का भविष्य संवार लिया, बल्कि अपने गांव में भी 4-5 अन्य लोगों को रोजगार देने में सफल रहे। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है और युवाओं को कृषि आधारित व्यवसाय की ओर प्रेरित किया जा रहा है।
गुलाब की खेती से आत्मनिर्भरता की ओर कदम
ललित लोहनी की यह कहानी गुलाब की खुशबू से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदमों की मिसाल बन चुकी है। उनकी सफलता यह साबित करती है कि यदि सही रणनीति और मेहनत के साथ आगे बढ़ा जाए, तो कृषि क्षेत्र में भी बेहतर कमाई और उज्जवल भविष्य संभव है।