गंगा दीप महोत्सव में हर की पैड़ी पर आस्था का उजाला, मुख्यमंत्री ने किया प्रदेश की प्रगति का संकल्प
Light of faith at Har ki Pauri in Ganga Deep Mahotsav, Chief Minister pledged for the progress of the state

हरिद्वार: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हर की पैड़ी, हरिद्वार में आयोजित भव्य गंगा दीप महोत्सव में मां गंगा की पूजा-अर्चना और गंगा आरती में शामिल होकर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हर की पैड़ी स्थित नवनिर्मित पुलिस चौकी का भी उद्घाटन किया, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा में सहायक होगी। कार्यक्रम में राज्य के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक के रूप में एक भव्य ड्रोन शो भी आयोजित किया गया, जिसमें श्री बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम, भगवान शिव और कुंभ कलश के अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किए गए।

मुख्यमंत्री ने दीप जलाकर अल्मोड़ा बस हादसे में हताहत लोगों की याद और राज्य स्थापना की वर्षगांठ के प्रति श्रद्धा प्रकट की। महोत्सव में हरिद्वार के 50 घाटों पर लाखों दीप प्रज्वलित कर देवभूमि की पवित्रता और आस्था का संदेश दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा, “आज का दिन मां गंगा को प्रणाम कर नए संकल्प लेने का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बताया है, और इसे साकार करने के लिए हर उत्तराखंडी को योगदान देना होगा।”
भजन संध्या में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव हरिद्वार में एक नई शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राज्य की रजत जयंती के उपलक्ष्य में 3 लाख 51 हजार दीप प्रज्वलित किए गए, जो विकास और उज्जवल भविष्य का प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 24 वर्षों में जनता के सहयोग और आशीर्वाद से उत्तराखंड ने शिक्षा, पर्यटन, स्वास्थ्य और विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है, और अब यह देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।

प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के विकास को लेकर राज्य सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वे अन्य राज्यों के लिए मिसाल हैं। हाल ही में नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्यों की सूची में उत्तराखंड को प्रथम स्थान मिला है, जो राज्य की सफलता का प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने रोजगार में सुधार का जिक्र करते हुए बताया कि बीते तीन वर्षों में 18,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गई हैं, और राज्य ने यूसीसी विधेयक पारित कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है।
हरिद्वार के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि ऋषिकेश-हरिद्वार कॉरिडोर परियोजना के तहत क्षेत्र का समग्र विकास किया जा रहा है। इस वर्ष 4 करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे, और राज्य सरकार भविष्य की जरूरतों के अनुसार अगले 40 से 50 वर्षों का रोडमैप तैयार कर रही है। उन्होंने मां गंगा की स्वच्छता पर भी विशेष जोर दिया और स्थानीय लोगों से इस दिशा में सक्रिय भागीदारी की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार के धार्मिक स्वरूप को बनाए रखने और अतिक्रमण हटाने का कार्य स्थानीय प्राधिकरण के जिम्मे है।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, आचार्य बालकृष्ण, सांसद कल्पना सैनी, विधायक मदन कौशिक समेत अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस महोत्सव ने मां गंगा के प्रति श्रद्धा और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के संकल्प को नई दिशा दी।