
आजकल मोबाइल फोन बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन मोबाइल का अत्यधिक उपयोग कई समस्याओं को जन्म देता है, जिनमें नींद की कमी प्रमुख है। अच्छी नींद न केवल मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए जरूरी है, बल्कि यह शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन और दिमाग को ठीक करने में भी मदद करती है।
डॉ. दीक्षा का कहना है कि लंबे समय तक मोबाइल स्क्रीन को घूरने से आंखों पर दबाव पड़ सकता है और इससे डिजिटल आई सिंड्रोम या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर, हार्मोनल असंतुलन, त्वचा की समस्याओं, कैंसर, ल्यूपस और थायरॉयड जैसी बीमारियों के 99 फीसदी मरीज अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार करके बेहतर महसूस कर सकते हैं।
खराब नींद न केवल मानसिक समस्याओं जैसे चिंता और अवसाद को जन्म देती है, बल्कि इससे हृदय रोग, डायबिटीज और वजन बढ़ने जैसी शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
अच्छी नींद के लिए सुझाव
नींद की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कुछ आसान और प्रभावी टिप्स को अपनाया जा सकता है।
- सुबह जल्दी उठें: दिन की शुरुआत सूर्य के साथ करें, इससे आपकी दिनचर्या व्यवस्थित होती है और रात में जल्दी नींद आ जाती है।
- गर्म दूध या हर्बल चाय पिएं: हल्दी वाला दूध या कैमोमाइल, ब्राह्मी और गुलाब जैसी हर्बल चाय दिमाग और आंतों को आराम देती है।
- फोन और टीवी से बचें: बिस्तर पर लेटकर फोन या टीवी का इस्तेमाल करने से बचें।
- स्नान करें: सोने से पहले स्नान करने से दिनभर की थकान दूर होती है।
- पैरों की मालिश करें: इससे गर्माहट मिलती है और शरीर को आराम मिलता है।
- नाक से सांस लें और घी का उपयोग करें: नाक से सांस लेने का अभ्यास करें और गाय के घी की दो बूंदें नाक में डालें।
- प्रार्थना करें: दिन की शुरुआत और अंत प्रार्थना के साथ करें। यह दिमाग को शांति देता है।
निष्कर्ष
मोबाइल फोन का कम इस्तेमाल और अच्छी दिनचर्या अपनाकर नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है। पर्याप्त और अच्छी नींद न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है।