केदारनाथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर, बर्फ हटाने में जुटी 70 मजदूरों की टीम
Preparations for Kedarnath Yatra are in full swing, a team of 70 workers is busy removing snow

ग्लेशियर हटाने का कार्य जारी, विषम परिस्थितियों में हो रहा काम
रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। शीतकाल के दौरान भारी हिमपात से पैदल मार्ग पर बने बड़े-बड़े ग्लेशियरों को हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) गुप्तकाशी की 70 मजदूरों की टीम विषम परिस्थितियों में ग्लेशियर काटकर रास्ता बनाने में जुटी हुई है। हालांकि, लगातार बदलते मौसम के कारण काम में दिक्कतें आ रही हैं।
ग्लेशियर हटाने में आ रही चुनौतियां, नेटवर्क की भी समस्या
शीतकाल में हुई भारी बर्फबारी के कारण पैदल यात्रा मार्ग के पांच से अधिक स्थानों पर विशाल ग्लेशियर जमा हो गए हैं। अब तक टीएफ प्वाइंट तक बर्फ हटाई जा चुकी है, लेकिन हथनी, कुबेर और भैरव ग्लेशियर में अभी भी रास्ता साफ करना बाकी है। केदारनाथ मार्ग पर नेटवर्क की सुविधा नहीं होने से मजदूरों को जंगलचट्टी तक जाकर संपर्क साधना पड़ रहा है, जिससे कार्य की जानकारी देना भी चुनौती बन गया है।
डीएम खुद कर रहे हैं मॉनिटरिंग, जल्द तैयार होगा मार्ग
जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार यात्रा की तैयारियों की हर दिन मॉनिटरिंग कर रहे हैं और अधिकारियों को समय पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दे रहे हैं। लोनिवि गुप्तकाशी के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण के अनुसार, यदि मौसम अनुकूल रहा, तो समय पर मार्ग घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए भी तैयार कर दिया जाएगा।
ग्लेशियरों से क्षतिग्रस्त हुई रेलिंग और दीवारें भी होंगी दुरुस्त
ग्लेशियरों के चलते यात्रा मार्ग की रेलिंग और दीवारों को नुकसान पहुंचा है। पहले मजदूर बर्फ हटाकर रास्ते को सुचारु करेंगे, फिर क्षतिग्रस्त रेलिंग और दीवारों को ठीक करने का काम शुरू किया जाएगा।
2 मई को खुलेंगे केदारनाथ के कपाट, रजिस्ट्रेशन को लेकर जबरदस्त उत्साह
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है और केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुलेंगे। इसको लेकर 20 मार्च से शुरू हुए रजिस्ट्रेशन के पहले ही दिन 1 लाख 65 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। दिलचस्प बात यह है कि सबसे ज्यादा 53,570 यात्रियों ने केदारनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है।
यात्रा मार्ग को सुचारु करने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी में जुटा हुआ है। जैसे ही रास्ता तैयार होगा, धाम में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी और द्वितीय चरण के कार्यों को गति मिलेगी।