सोने के भाव में उतार-चढ़ाव, डिजिटल गोल्ड में निवेश बढ़ा
Gold prices fluctuate, investment in digital gold increases

हैदराबाद: सोना हमेशा से निवेशकों और आम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। बीते सालों में सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी ने इसे न केवल सुरक्षित निवेश का विकल्प बनाया है, बल्कि लोगों की नींद भी उड़ा रखी है। इस वर्ष 24 कैरेट सोने का रेट लगातार रिकॉर्ड स्तरों को छू रहा है। मंगलवार, 23 सितंबर 2025 को 999 शुद्धता वाले सोने का भाव 1,14,314 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि बुधवार, 24 सितंबर को यह 1,14,044 रुपये तक गिर गया।
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण
सोने की कीमतों में बदलाव के कई कारण सामने आए हैं। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बदलाव की संभावना, डॉलर की कमजोरी और तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने सोने के भाव को प्रभावित किया। अमेरिकी फेड ने हाल ही में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की, जिससे सोने की कीमतों में तेजी आई। वहीं, डॉलर इंडेक्स में नरमी और रुपये में कमजोरी ने भी भारतीय बाजार में सोने के दाम बढ़ा दिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी, मजबूत खुदरा मांग और ईटीएफ निवेश ने भी सोने की कीमतों को ऊंचा रखा है। भारत में इस साल अब तक सोने की कीमतों में 47 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी गई है।
डिजिटल सोने का रुझान
हाल के वर्षों में निवेशक डिजिटल सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं। UPI और अन्य डिजिटल माध्यमों के जरिए सोने की खरीदारी में पिछले 16 महीनों में 377 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अगस्त 2025 में डिजिटल लेनदेन 99.77 मिलियन तक पहुंच गया, जबकि अप्रैल 2024 में यह केवल 20.92 मिलियन था। डिजिटल गोल्ड निवेशकों को भौतिक सोने के विकल्प के साथ-साथ प्रमाणपत्र के माध्यम से नकदी में बदलने का लाभ भी देता है।
वैश्विक और राष्ट्रीय बाजार की स्थिति
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में हाल ही में गिरावट आई। निवेशकों ने मुनाफावसूली की और डॉलर में भी बदलाव के कारण सोने की मांग प्रभावित हुई। फिर भी वैश्विक अनिश्चितताओं और केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी ने सोने और चांदी की कीमतों को मजबूत रखा।
सोने की चमक और निवेश का आकर्षण हमेशा बरकरार रहेगा। चाहे कीमतें उतार-चढ़ाव करती रहें, निवेशक इसे सुरक्षित निवेश मानकर खरीदारी जारी रख रहे हैं। डिजिटल गोल्ड और पारंपरिक सोने दोनों ही इस समय निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण विकल्प बन गए हैं।