देहरादून बना उत्तर भारत के निशानेबाजों का केंद्र, नॉर्थ जोन शूटिंग चैंपियनशिप में 7000 से अधिक खिलाड़ी शामिल
Dehradun becomes the hub of North Indian shooters, with over 7,000 athletes participating in the North Zone Shooting Championship.

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून इन दिनों उत्तर भारत के शूटरों का प्रमुख केंद्र बन गई है। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में स्थित त्रिशूल शूटिंग एकेडमी में 4 अक्टूबर से शुरू हुई नॉर्थ जोन शूटिंग चैंपियनशिप का आयोजन 16 अक्टूबर तक चलेगा। इस प्रतियोगिता में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान और चंडीगढ़ सहित 10 राज्यों के 7066 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
इस आयोजन में ITBP, BSF, CISF, ONGC और भारतीय सशस्त्र बलों के अनुभवी निशानेबाज भी हिस्सा ले रहे हैं। उत्तराखंड की ओर से लगभग 474 छात्र और 300 पेशेवर शूटर मैदान में हैं, जिनमें कई युवा पहली बार इस स्तर की प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।
उत्तराखंड के लिए बड़ा अवसर
उत्तराखंड स्टेट राइफल एसोसिएशन के सचिव और द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेता शूटर सुभाष राणा ने कहा कि यह चैंपियनशिप राज्य के निशानेबाजों के लिए अनुभव बढ़ाने का अनूठा अवसर है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खेलों के बाद प्रदेश में लगातार बड़े आयोजन हो रहे हैं, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को बड़े मंच पर प्रदर्शन का मौका मिल रहा है।
राणा ने यह भी बताया कि त्रिशूल शूटिंग रेंज को राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुसार विकसित किया गया है, जिससे यहां अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा।
नेशनल प्रतियोगिता के लिए तैयारी
त्रिशूल शूटिंग रेंज के मेंटर अरुण सिंह ने कहा कि इस तरह की जोनल चैंपियनशिप से आम तौर पर 30-40 प्रतिशत खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिता के लिए चयनित होते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार उत्तर भारत से कई खिलाड़ी नेशनल में क्वालीफाई करेंगे।
उत्तर प्रदेश स्टेट राइफल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रामेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि अब देहरादून की रेंज आधुनिक उपकरणों से लैस है, जिससे खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग का मौका मिल रहा है। इसका लाभ केवल उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत को मिलेगा।
पहाड़ी राज्यों के युवा शूटरों की नई उड़ान
हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के युवा इस प्रतियोगिता में खास आकर्षण बने हुए हैं। युवा निशानेबाज अनुशासन, आत्मविश्वास और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तराखंड के शूटर मयंक ने बताया कि वह 10 और 25 मीटर पिस्टल इवेंट में भाग ले रहे हैं और नेशनल में क्वालीफाई करने की तैयारी कर रहे हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष नारायण सिंह राणा ने कहा कि राज्य में शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए अधिक रेंज, ट्रेनिंग प्रोग्राम और स्कॉलरशिप की जरूरत है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि बच्चों के हुनर को निखारने के लिए इस खेल में निवेश बढ़ाया जाए।
इस प्रकार देहरादून में चल रही नॉर्थ जोन शूटिंग चैंपियनशिप न केवल खिलाड़ियों के सपनों का मंच है, बल्कि उत्तराखंड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का अवसर भी साबित हो रही है।