
कोलकाता: तेलंगाना के हैदराबाद में 63 साल पहले देश के पहले हाई एल्टीट्यूड बैलून लॉन्चिंग सेंटर के उद्घाटन के बाद, भारत का दूसरा ऐसा केंद्र पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के चंद्रपुर गांव में स्थापित किया गया है। इंडियन सेंटर फॉर स्पेस फिजिक्स (ICSP) द्वारा स्थापित इस सेंटर से वैज्ञानिकों ने वायुमंडलीय डेटा एकत्र करने के लिए हाई एल्टीट्यूड बैलून का सफल प्रक्षेपण किया है।
40 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचकर डेटा रिले करेगा गुब्बारा
सेंटर ने लगभग 100 फीट व्यास का एक हाई एल्टीट्यूड बैलून लॉन्च किया, जो पृथ्वी की सतह से 40 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय होकर अपना पेलोड छोड़ता है और डेटा वापस भेजता है। इस गुब्बारे को 7 माइक्रोन पॉलीथीन से बनाया गया है, जिसका वजन 9 किलोग्राम है। इसे हाइड्रोजन गैस से भरकर लॉन्च किया जाता है।
वायुमंडलीय डेटा और मौसम विश्लेषण में अहम भूमिका
ICSP के संस्थापक संदीप चक्रवर्ती ने बताया कि आने वाले समय में सेंटर से विभिन्न आकार और रेंज वाले गुब्बारे छोड़े जाएंगे। इन गुब्बारों से वायुमंडल में मौजूद गैसों, सूर्य की किरणों की गतिविधि, ब्रह्मांडीय कणों की उपस्थिति, और मौसम से संबंधित विभिन्न डेटा प्राप्त होंगे। यह डेटा मौसम के पैटर्न को समझने और जटिल वायुमंडलीय विश्लेषण में सहायक होगा।
सुरक्षित स्थान और रिसर्च के लिए उपयुक्त लोकेशन
चंद्रपुर गांव को इस सेंटर के लिए चयनित करने में इसकी भौगोलिक स्थिति और बांग्लादेश सीमा से इसकी दूरी को प्राथमिकता दी गई। इससे गुब्बारों के सुरक्षित वापस लौटने की संभावना बढ़ जाती है। चक्रवर्ती ने बताया कि अब तक ICSP ने 114 गुब्बारे लॉन्च किए हैं, लेकिन पहली बार एक डेडिकेटेड लॉन्चिंग सेंटर से यह कार्य संभव हुआ है।
अगले स्तर की रिसर्च के लिए तैयार
बीरभूम का यह सेंटर भारत के पूर्वी हिस्से में वायुमंडलीय और ब्रह्मांडीय शोध के लिए नई संभावनाएं खोलता है। यह लॉन्चिंग सेंटर ऊपरी वायुमंडल के जटिल डेटा विश्लेषण के लिए अत्यधिक उपयोगी साबित होगा। चक्रवर्ती ने कहा कि यह सेंटर भारतीय अनुसंधान को अगले स्तर पर ले जाने में मदद करेगा।
भारत में वायुमंडलीय डेटा के अध्ययन और मौसम पूर्वानुमान में यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।