
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले ने न केवल राजनीतिक हलकों में उथल-पुथल मचाई, बल्कि इसके गहरे आर्थिक असर भी अब सामने आने लगे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ने पाकिस्तान के शेयर बाजार पर बड़ा प्रभाव डाला है।
केएसई-100 इंडेक्स में छह फीसदी से ज्यादा की गिरावट
पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (PSX) का बेंचमार्क इंडेक्स KSE-100 22 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल के बीच करीब 7000 अंक गिर चुका है, जो 6.09 फीसदी की बड़ी गिरावट है। यह निवेशकों में बढ़ते डर और भारत-पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्तों का सीधा संकेत है।
30 अप्रैल को बाजार के लिए सबसे बुरा दिन रहा। उस दिन इंडेक्स में 3.09 फीसदी, यानी 3,545 अंक की बड़ी गिरावट आई और यह 111,326.57 पर बंद हुआ। इस गिरावट के पीछे LUCK, ENGROH, UBL, PPL और FFC जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी नुकसान जिम्मेदार रहा।
2 मई को थोड़ी राहत, लेकिन खतरा बरकरार
2 मई को बाजार में थोड़ी रिकवरी देखी गई, जब KSE-100 इंडेक्स 2,179.80 अंक बढ़कर 113,506.38 पर बंद हुआ। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि यह सिर्फ अस्थायी उछाल है और अगर भारत-पाक तनाव कम नहीं हुआ तो बाजार फिर से फिसल सकता है।
भारत ने उठाए कड़े कदम
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है:
- सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया है।
- अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।
- पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी को भारत से निष्कासित किया गया।
- पाक नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और नया वीजा जारी करना भी रोका गया है।
निवेशकों की चिंता बढ़ी
राजनीतिक अस्थिरता के चलते विदेशी निवेशकों ने भी सतर्क रुख अपनाया है। लगातार बिकवाली के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है और अगर कूटनीतिक संबंध जल्द सामान्य नहीं हुए तो पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और कमजोर हो सकती है।