
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की प्रगति और विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि देश अब एक ऐसा राष्ट्र बन चुका है जो अपने वादों को पूरा करता है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा 22,000 करोड़ रुपये की वसूली को सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों की बड़ी सफलता बताया। पीएम मोदी ने कहा कि यह वसूली देश में पारदर्शिता और सुशासन को स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने ED की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह साबित करता है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को अब कोई भी बचा नहीं सकता। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगाना है, बल्कि देश की जनता का विश्वास भी बनाए रखना है।”
आर्थिक सुधारों में मिली सफलता
पीएम मोदी ने भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था पर भी चर्चा की और कहा कि देश अब निवेशकों के लिए एक विश्वसनीय केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते पारदर्शिता बढ़ी है और आर्थिक अपराधों पर लगाम लगाने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि ED और अन्य प्रवर्तन एजेंसियां वित्तीय अनियमितताओं को रोकने के लिए लगातार काम कर रही हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
विकास यात्रा में जनता की भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से भी आह्वान किया कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के प्रयासों में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यदि देश को आत्मनिर्भर बनाना है, तो हर नागरिक को ईमानदारी और पारदर्शिता को अपनाना होगा। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे भारत को वैश्विक स्तर पर एक विकसित राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें।
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान से साफ है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और आर्थिक सुधारों को प्राथमिकता दे रही है। ED द्वारा की गई 22,000 करोड़ रुपये की वसूली इस दिशा में एक बड़ा कदम है, जो भारत की बढ़ती आर्थिक साख और सुशासन की ओर बढ़ते कदम को दर्शाता है।