हेमकुंड साहिब और तुंगनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बंपर भीड़, एक माह में टूटे पुराने रिकॉर्ड
Huge crowd of devotees at Hemkund Sahib and Tungnath Dham, old records broken in one month

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के साथ-साथ अन्य प्रमुख तीर्थस्थलों पर भी भक्तों का उत्साह चरम पर है। खास तौर पर हेमकुंड साहिब और तुंगनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। जहां एक ओर चारधाम यात्रा आध्यात्मिक महत्व रखती है, वहीं इन धार्मिक स्थलों की ओर भी यात्रियों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है।
हेमकुंड साहिब में 11 दिनों में 36,000 से अधिक श्रद्धालु पहुंचे
सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के बाद केवल 11 दिनों में 36 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। इस आंकड़े ने पिछले वर्षों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। हेमकुंड साहिब की यात्रा न केवल कठिन ट्रैकिंग मार्ग से होकर गुजरती है, बल्कि यह आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर भी मानी जाती है।
प्रशासन की पुख्ता तैयारियां
श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और मार्गदर्शन के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। SDRF, ITBP और स्थानीय पुलिस बलों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य शिविर, विश्रामगृह और सूचना केंद्र भी बनाए गए हैं।
तुंगनाथ धाम में भी श्रद्धा का उमड़ा सैलाब
पंच केदारों में शामिल तुंगनाथ धाम, जो दुनिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर है, इस बार तीर्थयात्रियों का नया केंद्र बन गया है। मात्र एक महीने में 42,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान तुंगनाथ के दर्शन किए हैं। वर्ष 2023 में पूरे सीजन में 1.74 लाख यात्रियों ने तुंगनाथ धाम की यात्रा की थी, जबकि इस बार आंकड़ा इससे आगे निकलने की ओर अग्रसर है।
पर्यटन से जुड़े लोगों को मिला लाभ
तीर्थाटन में बढ़ती भीड़ ने स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ा दिए हैं। होटल, होमस्टे, गाइड, खच्चर सेवा और ट्रैकिंग से जुड़े हजारों परिवारों की आय में इजाफा हो रहा है। यह धार्मिक पर्यटन उत्तराखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रहा है।
भविष्य की दिशा
तीर्थयात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार को भविष्य में और भी बेहतर व्यवस्थाएं करनी होंगी। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि उत्तराखंड धार्मिक पर्यटन के एक और मजबूत केंद्र के रूप में उभरेगा।