
देहरादून: उत्तराखंड में मॉनसून ने दस्तक देते ही अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने 24 जून की दोपहर 1:15 बजे तीन दिन का येलो अलर्ट जारी करते हुए राज्यवासियों को भारी बारिश, तेज तूफान और आंधी-तूफान को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है। यह चेतावनी 26 जून दोपहर 1 बजे तक प्रभावी रहेगी।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड के कई जिलों में आने वाले तीन दिनों तक 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और वज्रपात के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। खासतौर पर कुमाऊं क्षेत्र के नैनीताल और हल्द्वानी, तथा गढ़वाल के देहरादून और हिमाचल से सटे पोंटा साहिब क्षेत्र में मौसम ज्यादा खराब रहने के आसार हैं।
चारधाम यात्रियों के लिए विशेष सावधानी की अपील
मौसम विभाग ने विशेष रूप से केदारनाथ और बदरीनाथ यात्रा मार्गों को लेकर अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि इन क्षेत्रों में भूस्खलन, चट्टानों के गिरने और रास्तों के बंद होने की आशंका बनी हुई है। इसलिए श्रद्धालु, पर्यटक और स्थानीय लोग प्रशासन की सलाह और मौसम विभाग की गाइडलाइन का पालन करें।
केदारनाथ के पैदल मार्ग, रुद्रप्रयाग, और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण जोखिम की स्थिति बन सकती है। ऐसे में तीर्थयात्रियों से अपील की गई है कि वे किसी भी अनजान या जोखिम भरे मार्ग पर यात्रा न करें और स्थानीय प्रशासन से अपडेट लेते रहें।
देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में भी खतरा
राजधानी देहरादून के डोईवाला, चकराता और पोंटा साहिब जैसे क्षेत्रों में भी तेज आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। पहले भी प्रदेश में तेज हवाओं और तूफानों के कारण जन-धन की हानि हो चुकी है, इसलिए इस बार प्रशासन कोई चूक नहीं चाहता।
प्रशासन अलर्ट पर, बचाव दल तैनात
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में बचाव दलों की तैनाती, एंबुलेंस स्टैंडबाय, और संपर्क मार्गों की निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने कहा है कि अगर मौसम और बिगड़ता है, तो यात्राओं को अस्थायी रूप से रोका भी जा सकता है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बिना आवश्यक कारण घर से बाहर न निकलें, कच्चे रास्तों या नदी किनारों की ओर जाने से बचें, और बिजली के खंभों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों। ऐसे हालात में सतर्कता ही सबसे बड़ा सुरक्षा उपाय है।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और आमजन से किसी भी आपात स्थिति में 1070 आपदा हेल्पलाइन पर संपर्क करने की अपील की गई है।