
हरिद्वार: बैक डोर से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले हिमांशु कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी फर्जी नियुक्ति पत्र, मुख्यमंत्री के फर्जी लेटर पैड और नकली स्टैंप का इस्तेमाल कर लोगों से लाखों रुपये ऐंठता था।
पुराने मकान मालिक से ठगी
शिकायतकर्ता प्रतीक मदान ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान हिमांशु उनके घर किराये पर रहता था। जुलाई 2024 में उसने प्रतीक और उनके रिश्तेदारों को बैक डोर से सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और 3.70 लाख रुपये ले लिए। हिमांशु ने फर्जी ईमेल आईडी से नियुक्ति पत्र भेजे, लेकिन जब प्रतीक ने पीडब्ल्यूडी चंबा में सत्यापन कराया, तो पत्र फर्जी निकला।
शातिर तरीके से करता था ठगी
जब पीड़ितों ने नौकरी न लगने पर रकम वापस मांगी, तो हिमांशु ने उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय और पीडब्ल्यूडी की फर्जी ईमेल आईडी से नियुक्ति पत्र भेजे। पुलिस जांच में हाईकोर्ट की नकली मोहर भी मिली, जिसे वह नियुक्तियों पर रोक का झूठा संदेश देने के लिए इस्तेमाल करने वाला था।
गिरफ्तारी और बरामदगी
24 फरवरी को पुलिस ने गुरुकुल कांगड़ी के पास से हिमांशु को गिरफ्तार किया। उसके फ्लैट से कंप्यूटर, लैपटॉप, फर्जी नियुक्ति पत्र और सरकारी विभागों की नकली मोहरें बरामद हुईं। पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि 2017 में पीएचडी करने हरिद्वार आया था और सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने लगा।
हरिद्वार पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।