
नई दिल्ली: लंबे समय से रिकॉर्ड स्तर पर चल रही सोने की कीमतों में अचानक बड़ी गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को बाजार खुलते ही सोना ₹1,350 प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया, जिससे निवेशकों में हलचल मच गई। यह गिरावट एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावटों में से एक मानी जा रही है।
डॉलर की मजबूती का सीधा असर
सोने की कीमतों में गिरावट का सबसे अहम कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती को माना जा रहा है। डॉलर इंडेक्स में उछाल आने के कारण वैश्विक बाजारों में सोना महंगा हो गया है। जब डॉलर मजबूत होता है तो आमतौर पर निवेशक सोने से दूरी बनाते हैं क्योंकि वह अपेक्षाकृत महंगा हो जाता है, जिससे मांग घटती है और कीमतों पर असर पड़ता है।
निवेशकों की मुनाफावसूली
पिछले कुछ हफ्तों से सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। ऐसे में कई निवेशकों ने मुनाफा कमाने के उद्देश्य से अपनी होल्डिंग्स को बेच दिया। इस कारण बाजार में अचानक बिक्री बढ़ गई, जिससे कीमतें नीचे आईं।
शेयर बाजार की तेजी का असर
हालिया दिनों में घरेलू और वैश्विक शेयर बाजारों में मजबूती देखने को मिली है। इससे निवेशकों का रुझान सोने जैसे सुरक्षित निवेश से हटकर शेयर मार्केट की ओर गया है। जोखिम लेने की प्रवृत्ति बढ़ने के कारण सोने की मांग में कमी आई और कीमतों पर दबाव पड़ा।
आगे की स्थिति
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट स्थायी नहीं है। आने वाले समय में, खासकर विवाह और त्योहारी सीजन में, सोने की मांग एक बार फिर बढ़ सकती है जिससे कीमतों में सुधार संभव है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वैश्विक आर्थिक स्थिति और डॉलर की चाल को देखकर ही भविष्य के दामों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
₹1,350 की गिरावट ने निवेशकों को अलर्ट कर दिया है। बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे जल्दबाज़ी में कोई फैसला न लें और सोच-समझकर निवेश करें। सोना दीर्घकालिक निवेश के लिए अब भी सुरक्षित विकल्प बना हुआ है।