Uttarkashi: भूस्खलन से गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे ठप, ग्रामीण पैदल तय कर रहे लंबा सफर
Gangotri-Yamunotri highway blocked due to landslide, villagers are travelling long distance on foot

लगातार बारिश बनी आफत
उत्तरकाशी: जिले में लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। भूस्खलन और भूधंसाव के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे कई दिनों से बंद पड़े हैं। गंगोत्री हाईवे नलूणा के पास दूसरे दिन भी बंद है, जबकि यमुनोत्री हाईवे जंगलचट्टी और रानाचट्टी के पास पांचवें दिन से ठप पड़ा है। दोनों मार्गों के अवरुद्ध होने से स्थानीय लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
गंगोत्री हाईवे पर भारी मलबा
सोमवार सुबह करीब सात बजे सैंज नलूणा के पास पहाड़ी से बड़ा भूस्खलन हुआ। भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आने से गंगोत्री हाईवे पूरी तरह बंद हो गया। स्थिति ऐसी है कि हर्षिल घाटी और भटवाड़ी क्षेत्र के कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। लोग पुराने पैदल रास्तों से कई किलोमीटर का सफर कर आवश्यक काम निपटाने मजबूर हैं।
बीआरओ को राहत कार्यों में मुश्किल
मार्ग पर लगातार पत्थर गिरने से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अपर जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र ने बताया कि मौके पर सात जवान, एक होमगार्ड, तीन पीआरडी जवान के साथ बीआरओ की मशीनरी तैनात की गई है। एक लोडर और पोकलैंड मशीन की मदद से सड़क खोलने का प्रयास जारी है। प्रशासन का दावा है कि जल्द ही मार्ग सुचारु कर दिया जाएगा।
यमुनोत्री हाईवे भी बंद
दूसरी ओर यमुनोत्री हाईवे पर जंगलचट्टी और रानाचट्टी के पास लगातार भूधंसाव हो रहा है। इसके कारण मार्ग पांचवें दिन भी नहीं खुल पाया। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) विभाग के कर्मचारियों को हाईवे खोलने में लगातार कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश से ढलानों पर कटाव बढ़ने और बोल्डर गिरने का खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें
हाईवे बंद होने से यमुनोत्री धाम तक पहुंचना कठिन हो गया है। आसपास के तीन गांवों के ग्रामीणों को तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए लंबा पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए यह स्थिति और अधिक कष्टकारी हो गई है।
विभाग की चुनौती
एनएच विभाग के ईई मनोज रावत ने बताया कि लगातार हो रहे कटाव और मलबे के गिरने से मार्ग खोलना चुनौतीपूर्ण हो गया है। फिर भी सड़क को दुरुस्त करने के प्रयास लगातार जारी हैं। विभाग का कहना है कि मौसम में सुधार होने पर मार्ग खोलने की संभावना बढ़ जाएगी।
मानसून ने बढ़ाई दहशत
गौरतलब है कि इस मानसून सीजन में उत्तरकाशी जिले को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। कई लोगों की जान चली गई है तो कई परिवारों के घर उजड़ गए हैं। संपर्क मार्ग बाधित होने से लोगों को बार-बार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बारिश ने लोगों के बीच दहशत का माहौल बना दिया है।