उत्तराखंड

उत्तराखंड खेल विश्वविद्यालय की नींव रखी गई, जनवरी 2026 से शुरू होगा पहला शैक्षणिक सत्र

Foundation of Uttarakhand Sports University laid, first academic session will start from January 2026

उत्तराखंड ने खेल शिक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए अपने पहले खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की दिशा में ठोस कदम बढ़ा दिए हैं। यह निर्णय 38वें राष्ट्रीय खेलों की सफलता के बाद लिया गया, जिससे राज्य की खेल संरचना को नया बल मिलेगा। हाल ही में सरकार ने विश्वविद्यालय के तीन शीर्ष पदों पर नियुक्तियां कर दी हैं, जिससे इसके प्रशासनिक और शैक्षणिक ढांचे को गति मिलने लगी है।

शीर्ष पदों पर हुई पहली नियुक्तियां

उत्तराखंड सरकार ने 24 जुलाई को विश्वविद्यालय के कुलपति (VC) पद पर विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा, कुलसचिव के रूप में खेल निदेशक आशीष चौहान, और वित्त नियंत्रक के रूप में एक अधिकारी की नियुक्ति की है। यह तीनों पद विश्वविद्यालय के प्रारंभिक संचालन के लिए बेहद अहम माने जा रहे हैं। इन नियुक्तियों के बाद अब प्रशासनिक ढांचा खड़ा करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

जनवरी 2026 से शुरू होगा पहला सत्र

कुलपति अमित सिन्हा ने जानकारी दी कि जनवरी 2026 से पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (BPEd) और स्पोर्ट्स मैनेजमेंट जैसे पाठ्यक्रमों की शुरुआत होगी। प्रत्येक कोर्स में फिलहाल 30-30 छात्रों का पहला बैच लिया जाएगा। भविष्य में कोर्स की संख्या और सीटें दोनों बढ़ाई जाएंगी।

जल्द होगी बाकी पदों पर भर्ती

फिलहाल तीन शीर्ष पदों पर नियुक्ति के बाद अगला कदम विश्वविद्यालय के अन्य आवश्यक पदों जैसे डायरेक्टर, डीन, हेड कोच, ट्रेनर और फैकल्टी की नियुक्ति करना है। इसके लिए प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी। साथ ही एग्जीक्यूटिव काउंसिल, फाइनेंशियल काउंसिल और एकेडमिक काउंसिल के गठन की तैयारी भी चल रही है।

अस्थायी रूप से हल्द्वानी में शुरू होगा संचालन

जब तक स्थायी परिसर बनकर तैयार नहीं होता, तब तक गौलापार, हल्द्वानी स्थित स्टेडियम परिसर में कक्षाएं चलाई जाएंगी। यहां कक्षाओं के लिए पर्याप्त कमरे हैं, हालांकि हॉस्टल सुविधा फिलहाल उपलब्ध नहीं है। इसे देखते हुए वैकल्पिक आवासीय व्यवस्था की योजना बनाई जा रही है।

खेल शिक्षा में नवाचार और विस्तार

भविष्य में विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स साइंस, स्पोर्ट्स मेडिसिन, खेल पत्रकारिता और कोचिंग कोर्स जैसे विशिष्ट पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। पाठ्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है और इसके लिए विशेषज्ञों से सुझाव लिए जा रहे हैं।

छात्रों को मिल सकती है विशेष रियायत

कुलपति ने संकेत दिए कि पहले बैच के छात्रों के लिए फीस माफ करने या न्यूनतम शुल्क लेने का विचार किया जा रहा है। खासकर देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के छात्रों को पहले बैच में विशेष प्राथमिकता दी जा सकती है ताकि उन्हें एक मजबूत शैक्षणिक और प्रोफेशनल प्लेटफॉर्म मिल सके।

सरकार की दूरदर्शी पहल

उत्तराखंड खेल विश्वविद्यालय, न केवल राज्य की खेल प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करेगा, बल्कि उन्हें एक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने की दिशा में भी प्रयास करेगा। सरकार इसे एक मॉडल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित करना चाहती है, जहां खेल और शिक्षा का संतुलन हो।

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