Uttarakhand Land Law: भू कानून पर पूर्व सीएम निशंक का बड़ा बयान, हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में सख्त लैंड लॉ की वकालत
Former CM Nishank's big statement on land law, advocates strict land law in Uttarakhand on the lines of Himachal

देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने भारत रत्न भीमसेन जोशी की स्मृति में आयोजित एक संगीत समारोह में प्रदेश में भू कानून की मांग पर अपनी राय जाहिर की। निशंक ने कहा कि उत्तराखंड में सशक्त भू कानून की मांग लंबे समय से उठ रही है, और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने का संकेत दिया है।
पूर्व सीएम निशंक ने उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश का लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र वन भू-भाग के अंतर्गत आता है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सख्त भू कानून लागू किए जाने का समर्थन किया।
डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कानून को लेकर चर्चा करते हुए प्रदेश की भू-संरचना पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि केवल 30 प्रतिशत भू-भाग पर लोगों के मकान, दुकानें, शहर और गांव बसे हुए हैं, जबकि शेष 70 प्रतिशत क्षेत्र वन भू-भाग के अंतर्गत आता है। इस स्थिति में, यह बेहद जरूरी हो जाता है कि सीमित भू-भाग को संरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
निशंक ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और सशक्त भू कानून लाने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भू-संरक्षण के लिए हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सख्त कानूनों की आवश्यकता है।