वीरगति को प्राप्त राइफलमैन लोकेंद्र प्रताप को अंतिम विदाई, सैन्य सम्मान के साथ अलकेश्वर घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
Final farewell to martyred Rifleman Lokendra Pratap, last rites performed at Alkeshwar Ghat with military honours

श्रीनगर (गढ़वाल), 22 जुलाई 2025 – देश की सेवा में समर्पित राइफलमैन लोकेंद्र प्रताप को मंगलवार को श्रीनगर के अलकेश्वर घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। कोटद्वार स्थित गबर सिंह आर्मी कैंप में ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी अचानक मृत्यु हो गई, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई।
गढ़वाल राइफल्स के अनुशासित जवान थे लोकेंद्र
पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर तहसील स्थित कटाखोली गांव निवासी लोकेंद्र प्रताप मात्र 26 वर्ष के थे। वे वर्ष 2016 में गढ़वाल राइफल्स की 21वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। हाल ही में उन्हें विशेष प्रशिक्षण के लिए कोटद्वार भेजा गया था। रविवार रात ड्यूटी के बाद भोजन कर वे सोने गए थे, लेकिन सोमवार सुबह साथी सैनिकों ने उन्हें अचेत पाया।
अस्पताल में मिली दुखद पुष्टि
साथी सैनिकों द्वारा तुरंत उन्हें बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया है। इस घटना की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची, पूरे इलाके में मातम छा गया।
हाल ही में हुई थी शादी, परिवार गहरे सदमे में
लोकेंद्र की शादी हाल ही में 8 जून 2025 को हुई थी। परिवार और गांव वालों के अनुसार, वह बेहद मिलनसार और जिम्मेदार युवा थे। उनके माता-पिता, भाई और नवविवाहित पत्नी इस हादसे से गहरे सदमे में हैं। रविवार रात ही उन्होंने परिवार से फोन पर बात की थी।
अलकेश्वर घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई
अलकेश्वर घाट पर सेना की ओर से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर और शस्त्र सलामी दी गई। अंतिम संस्कार के दौरान हर आंख नम थी। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीण और सेना के अधिकारी बड़ी संख्या में श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
गांव में पसरा मातम, हर कोई गमगीन
कटाखोली गांव और आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार सुबह से ही शोक की लहर छाई रही। बड़ी संख्या में लोग लोकेंद्र को अंतिम विदाई देने पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें देश का सच्चा सपूत बताते हुए कहा कि उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।
सरकार से सहायता की मांग
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि लोकेंद्र प्रताप के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए और किसी सदस्य को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता मिले।