दीपावली पर खुलता है चमत्कारी हसनंबा मंदिर: मां लक्ष्मी की कृपा से पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं
Miraculous Hasanamba temple opens on Diwali: All wishes are fulfilled by the grace of Goddess Lakshmi

यदि इस दिवाली आप अपनी सभी मनोकामनाओं को मां लक्ष्मी की कृपा से पूर्ण करना चाहते हैं, तो कर्नाटक के हसन में स्थित ऐतिहासिक हसनंबा मंदिर आपके लिए सबसे सही स्थान हो सकता है। मान्यता है कि हसनंबा देवी के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। हर साल दीपावली के समय इस मंदिर का कपाट एक सप्ताह के लिए खुलता है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष अवसर होता है।
सालभर जलता है दीपक और ताजे रहते हैं फूल
हसनंबा मंदिर का सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि जब दीपावली के मौके पर इसके दरवाजे खोले जाते हैं, तो पिछले साल का जलाया हुआ दीपक जलता हुआ पाया जाता है। इसके अलावा, देवी पर चढ़ाए गए फूल भी एक साल बाद ताजे मिलते हैं। स्थानीय धारणा के अनुसार, माता हसनंबा को चढ़ाया गया प्रसाद भी सालभर ताजा रहता है, जो भक्तों के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है।
साल में सिर्फ एक बार खुलता है मंदिर
हसनंबा मंदिर दीपावली के दौरान सिर्फ एक सप्ताह के लिए खुलता है। इस दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में देवी के दर्शन के लिए आते हैं। एक सप्ताह की पूजा-अर्चना के बाद, मंदिर के दरवाजे अगली दिवाली तक बंद कर दिए जाते हैं। आखिरी दिन मंदिर बंद करने से पहले, एक दीपक जलाया जाता है जिसमें सीमित मात्रा में तेल डाला जाता है और कुछ ताजे फूल रखे जाते हैं, जो अगले साल तक ऐसे ही ताजे बने रहते हैं।
होयसला शासनकाल का ऐतिहासिक मंदिर
12वीं सदी में होयसला शासनकाल के दौरान निर्मित हसनंबा मंदिर न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी बेहद खास है। इस मंदिर के नाम पर ही हसन जिले का नाम पड़ा। माना जाता है कि जिन भक्तों को हसनंबा देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, उनके जीवन में कभी धन और खुशियों की कमी नहीं होती।
दीपावली के इस विशेष अवसर पर, हसनंबा मंदिर की यात्रा एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव हो सकता है, जो न केवल आपकी मनोकामनाएं पूरी करेगा बल्कि जीवन में समृद्धि और खुशियों की नई रोशनी भी लाएगा।