उत्तराखंड में हर साल 10 हजार छात्रों को मिलेगा बेहतर पैकेज, विश्वविद्यालयों में बनेगा कैंपस प्लेसमेंट सेल
Every year 10 thousand students in Uttarakhand will get better packages, campus placement cells will be formed in universities.

देहरादून: उत्तराखंड के युवाओं के लिए अब उच्च शिक्षा का मतलब केवल डिग्री तक सीमित नहीं रहेगा। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने राज्य के विश्वविद्यालयों को रोजगार सृजन के नए केंद्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत हर साल 10 हजार छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के जरिए कम से कम एक लाख रुपये मासिक पैकेज वाली नौकरियां दिलाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों को प्लेसमेंट सेल गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रोजगार सृजन बनेगा उच्च शिक्षा का नया उद्देश्य
मंत्री रावत ने कहा कि अब विश्वविद्यालयों को केवल डिग्री बांटने वाले संस्थान नहीं रहना चाहिए। उनका लक्ष्य है कि हर छात्र-छात्रा अपने अंतिम वर्ष में कैंपस इंटरव्यू के जरिए सीधे रोजगार से जुड़े। इससे छात्र न केवल शिक्षित बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त बन सकेंगे।
‘शिक्षा संवाद’ में रखी गई नई सोच
देहरादून में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर ‘शिक्षा संवाद’ के दौरान मंत्री रावत ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों से युवाओं को रोजगार देने का जो मॉडल अपनाया गया है, अब वही उच्च शिक्षा में भी लागू किया जाएगा। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय केवल अकादमिक ज्ञान नहीं, बल्कि छात्रों को उद्योगों और बाजार की जरूरतों के अनुरूप तैयार करने वाले संस्थान बनें।
गुणवत्ता और रैंकिंग में सुधार पर जोर
चिंतन शिविर के पहले दिन विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020), कौशल आधारित शिक्षा, इंडस्ट्री-एकेडेमिया सहयोग और उद्यमिता जैसे विषयों पर चर्चा की। मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान अपनी NIRF रैंकिंग और NAAC ग्रेडिंग में सुधार करें, क्योंकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही बेहतर रोजगार का मार्ग प्रशस्त करती है।
मॉडल स्टेट बनने की दिशा में कदम
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि उत्तराखंड को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मॉडल स्टेट बनाया जाए। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को लक्ष्य सौंपा जाएगा कि वे अधिक से अधिक छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के जरिए नौकरी दिलाने में सफल हों। इससे राज्य में युवाओं को पढ़ाई के साथ ही रोजगार की गारंटी भी मिलेगी।
सरकारी योजनाओं से युवाओं को मिल रही प्रेरणा
सरकार पहले से ही युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। उदाहरण के तौर पर, UPSC प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले छात्रों को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह योजना केवल उन छात्रों के लिए है जो उत्तराखंड के मूल निवासी हैं और राज्य के शिक्षण संस्थानों से पढ़ाई कर चुके हैं।
भविष्य के लिए रोजगार उन्मुख शिक्षा
मंत्री रावत ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों में शिक्षा के साथ-साथ रोजगार उन्मुख कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। छात्रों को उद्योगों की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकें।
शिक्षा और रोजगार का संतुलन
उत्तराखंड सरकार की यह पहल युवाओं के करियर और राज्य की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए महत्वपूर्ण कदम है। विश्वविद्यालयों में प्लेसमेंट सेल का गठन और रोजगार सृजन पर जोर देने से उच्च शिक्षा संस्थान केवल ज्ञान के केंद्र नहीं रहेंगे, बल्कि युवाओं के भविष्य निर्माण और आर्थिक सशक्तिकरण के केंद्र बनेंगे।