भगवानपुर हादसे में राहतकर्मी समशाद भाई का निधन, SGPC और समाज ने जताया गहरा शोक
Relief worker Shamshad Bhai passed away in Bhagwanpur accident, SGPC and society expressed deep grief

भगवानपुर (हरिद्वार)। इंसानियत और आपसी भाईचारे की मिसाल बने भगवानपुर के समशाद भाई पंजाब से राहत सामग्री देकर लौटते समय सड़क हादसे का शिकार हो गए। इस दर्दनाक हादसे में उनका निधन हो गया। उनके इंतकाल की खबर मिलते ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC), अमृतसर ने गहरा शोक व्यक्त किया और प्रतिनिधि मंडल ने उनके परिवार से मुलाक़ात कर संवेदनाएँ प्रकट कीं।
राहत सामग्री से लौटते समय हादसा
जानकारी के अनुसार, समशाद भाई पंजाब में ज़रूरतमंदों को राहत सामग्री पहुँचाकर भगवानपुर लौट रहे थे। इसी दौरान हुए हादसे ने उनकी जान ले ली। यह घटना न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए गहरा आघात है। SGPC को इस दुःखद समाचार की जानकारी राहत टीम झबरेड़ा के संयोजक राव बिलावर बिलाल ने दी।
SGPC का शोक संदेश
समशाद भाई के निधन की खबर मिलते ही भाई सुखविंदर सिंह (प्रभारी, सिख मिशन उत्तराखंड) के नेतृत्व में SGPC की टीम भगवानपुर पहुँची। इस टीम में भाई कर्म सिंह, भाई गुरशरण सिंह, भाई जगविंदर सिंह और भाई हरबीर सिंह शामिल रहे। उन्होंने परिजनों से मुलाक़ात कर गहरी संवेदनाएँ व्यक्त कीं।
भाई सुखविंदर सिंह ने कहा –
“भाई समशाद जी का जाना केवल उनके परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। इंसानियत के नाते हम सब उनके दुःख में साझेदार हैं।”
समाज के अन्य वर्ग भी पहुंचे
SGPC टीम से पहले भगवानपुर में कई सामाजिक और राजनैतिक संगठनों के प्रतिनिधि भी समशाद भाई के घर पहुँचे। चौधरी दीपक पंवार, राव बिलावर बिलाल और उनके साथियों ने हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया।
इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री, भगवानपुर चेयरमैन भाई गुलबहार राव बिलावर एडवोकेट, शुभम चौधरी सहित कई लोगों ने भी परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना प्रकट की।
इंसानियत की सेवा का प्रतीक
समशाद भाई को इंसानियत और आपसी भाईचारे के लिए हमेशा याद किया जाएगा। वे निस्वार्थ भाव से समाज सेवा में लगे रहते थे और पंजाब राहत अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। उनका जाना उन सभी के लिए पीड़ादायक है जिन्होंने उन्हें करीब से जाना।
समाज की बड़ी क्षति
समाजसेवकों और स्थानीय लोगों ने कहा कि समशाद भाई का निधन एक दर्दनाक हादसा है। वे न सिर्फ अपने परिवार के सहारा थे बल्कि समाज में आपसी प्रेम और भाईचारे की मिसाल भी थे। सभी ने उनके परिवार को इस कठिन समय में धैर्य और शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
भगवानपुर का यह हादसा इंसानियत की सेवा में जुटे एक सच्चे साथी को हमसे छीन ले गया। SGPC और समाज के अन्य संगठन उनके परिवार के साथ खड़े हैं। समशाद भाई की यादें और उनकी सेवाएँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगी।