
आजकल चाय और कॉफी सिर्फ पेय पदार्थ नहीं, बल्कि दिनचर्या का हिस्सा बन चुके हैं। कई लोग तो दिन की शुरुआत ही चाय या कॉफी के बिना नहीं करते। हालांकि ये पेय कुछ हद तक शरीर को ऊर्जा और स्फूर्ति देने का काम करते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। विशेषज्ञों और शोधों की मानें तो ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन डायबिटीज, मोटापा और मानसिक विकारों का कारण बन सकता है।
चीनी वाली चाय-कॉफी से बढ़ता है डायबिटीज और मोटापे का खतरा
हैदराबाद के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के अनुसार, दिन में दो बार से ज्यादा चीनी वाली चाय या कॉफी पीने वाले लोगों में टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, सॉफ्ट ड्रिंक्स का नियमित सेवन भी इन समस्याओं को बढ़ा सकता है। इन ड्रिंक्स में मौजूद सुक्रोज लीवर, मांसपेशियों और आंतों को प्रभावित करता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की चेतावनी
कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि जो लोग प्रतिदिन 6 से 7 कप चाय या कॉफी पीते हैं, उन्हें अपच, गैस, नींद की कमी और पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे शरीर में अनावश्यक कैलोरी जमा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल और वजन बढ़ाने का कारण बनती है।
क्या होनी चाहिए चाय-कॉफी की सही मात्रा?
ICMR के अनुसार, प्रतिदिन कैफीन की अधिकतम मात्रा 300 मिलीग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए, जो लगभग 3 कप चाय या कॉफी के बराबर होती है। एक अन्य शोध के अनुसार, जो लोग प्रतिदिन 1 कप से कम चाय या कॉफी पीते हैं, उनमें दिल का दौरा पड़ने का खतरा 21% तक कम हो जाता है।
भोजन के साथ न लें चाय या कॉफी
कई लोग भोजन के तुरंत बाद चाय या कॉफी पीते हैं, जो कि ICMR के मुताबिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसमें मौजूद टैनिन और कैफीन आयरन के अवशोषण को प्रभावित करते हैं, जिससे शरीर में आयरन की कमी हो सकती है।
कब और कैसे लें चाय-कॉफी?
विशेषज्ञों का मानना है कि खाली पेट चाय या कॉफी पीने से बचना चाहिए। बेहतर होगा कि इन्हें कुछ खाने के बाद ही लिया जाए और चीनी का प्रयोग कम किया जाए। स्वस्थ जीवनशैली के लिए संतुलित आहार, फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त भोजन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।