
नागपुर: भारतीय विमानों और रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी जगदीश उइके को नागपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल के अनुसार, शुक्रवार को नागपुर रेलवे स्टेशन पर उसे गिरफ्तार किया गया। पिछले महीने करीब 300 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, जिससे एयरलाइंस को करोड़ों का नुकसान हुआ और कई उड़ानों में घंटों की देरी हुई। सुरक्षा जांच में हर बार जगदीश उइके का नाम सामने आ रहा था, जिससे पुलिस ने उसकी तलाश में व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 35 वर्षीय जगदीश उइके गोंदिया जिले के मोरगांव तालुका के ताड़गांव का निवासी है, लेकिन उसने 2016 में गोंदिया छोड़ दिया था और अपने माता-पिता से अलग रहने लगा था। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि उइके ने आतंकवाद पर एक विवादास्पद पुस्तक लिखी है, जो उसे पहले भी पुलिस के निशाने पर ला चुकी थी। इसके अलावा, उसने नौकरी का झांसा देकर कई लोगों से ठगी भी की है।
हाल ही में रेल मंत्री, रेलवे सुरक्षा बल और अन्य रेलवे अधिकारियों को भेजे गए धमकी भरे ई-मेल में उसने विभिन्न रेलवे स्टेशनों और परिसरों में 30 से अधिक बम धमाके करने का दावा किया था। जांच के दौरान उइके की आखिरी लोकेशन दिल्ली के कनॉट प्लेस में मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने दिल्ली, नागपुर और गोंदिया में तलाश की।
दिलचस्प बात यह है कि 2021 में भी उइके को इसी तरह की धमकियों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, जब जांच एजेंसियों ने उसे मानसिक रूप से अस्थिर पाया था। फिलहाल, नागपुर पुलिस ने दीपावली के मौके पर उइके को गिरफ्तार कर लिया, जिससे इस मामले पर विराम लग सका है।