Blogउत्तर प्रदेशउत्तराखंडदेशराजनीति

Swati Maliwal: स्वाति मालीवाल पर दिलीप पांडे का हमला इस्तीफे की मांग, भाजपा की साजिश का आरोप

Swati Maliwal: Dilip Pandey's attack on Swati Maliwal Demand for resignation, allegations of BJP's conspiracy

दिल्ली के प्रमुख राजनीतिक हलकों में एक नया विवाद उभरकर सामने आया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक दिलीप पांडे ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर जोरदार हमला करते हुए उनसे इस्तीफा देने की मांग की है। पांडे का आरोप है कि स्वाति मालीवाल अपने ही पार्टी के एक राज्यसभा सांसद की स्क्रिप्ट पढ़ रही हैं, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा लिखवाया गया है।

आरोपों की गंभीरता

दिलीप पांडे ने मालीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उनमें ज़रा सी भी शर्म है, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उनका कहना है कि स्वाति मालीवाल अपने कार्यों और बयानों के जरिए पार्टी विरोधी रुख अपना रही हैं, जो भाजपा के इशारों पर हो रहा है। पांडे के अनुसार, यह भाजपा की एक सोची-समझी चाल है, जिसमें मालीवाल को इस्तेमाल किया जा रहा है।

पार्टी में असहमति का माहौल

AAP के भीतर यह मामला गंभीर चिंता का विषय बन गया है। दिलीप पांडे द्वारा मालीवाल के खिलाफ ऐसे तीखे बयान यह इशारा करते हैं कि पार्टी के अंदरूनी स्तर पर असहमति और तनाव बढ़ रहा है। यह मामला तब और जटिल हो गया जब पार्टी के राज्यसभा सांसद ने भी मालीवाल के खिलाफ कुछ संकेत दिए, जिससे यह विवाद और उग्र हो गया।

स्वाति मालीवाल का पक्ष

हालांकि, स्वाति मालीवाल ने इन आरोपों पर अभी तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि यह मामला AAP के भीतर गहराते मतभेदों की एक और कड़ी हो सकता है, जिसमें महिला सशक्तिकरण और राजनीतिक पैंतरेबाज़ी दोनों शामिल हैं।

भाजपा पर हमला

दिलीप पांडे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूरी योजना उनकी पार्टी को कमजोर करने और उनके नेताओं को विभाजित करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा हमेशा से ही ऐसी चालें चलती रही है, जिससे विपक्षी दलों में फूट पड़ सके।

निष्कर्ष

इस पूरे विवाद ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। स्वाति मालीवाल के इस्तीफे की मांग और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं। अब यह देखना होगा कि मालीवाल और पार्टी के अन्य नेता इस स्थिति का समाधान किस तरह निकालते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button