
देहरादून, 7 दिसंबर 2024: थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने क्षेत्र में हुई नकबजनी की घटनाओं का खुलासा करते हुए बरेली के शातिर नकबजन को पत्नी के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना में चोरी हुई 21.50 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पीड़ित की शिकायत के बाद कार्रवाई शुरू
24 नवंबर को भगत सिंह रावत, निवासी सारथी बिहार, नेहरू कॉलोनी ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उनके घर से अज्ञात चोरों ने रात के समय खिड़की तोड़कर नकदी और सफेद धातु के सिक्के चोरी कर लिए थे। पीड़ित की तहरीर के बाद पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की और घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। जांच में यह जानकारी मिली कि कुछ गैर-प्रदेशीय नकबजन घटना के समय देहरादून कोर्ट में पेशी पर आए थे और इनका संबंध सहारनपुर, मुरादाबाद, बिजनौर और बरेली जैसे जिलों से था।
मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तारियां
मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए पुलिस ने आरोपी प्रमोद पाल और उसकी पत्नी विमलेश को अंबाला और बरेली से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी प्रमोद पाल बरेली का निवासी है और देहरादून के बसंत विहार क्षेत्र में किराए पर रहकर मजदूरी करता था। आरोपी ने 2017 और 2020 में कैंट थाना क्षेत्र में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था और दोनों बार जेल जा चुका था।
आर्थिक तंगी के कारण अपराध की राह पकड़ी
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी प्रमोद कुमार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, जिसके चलते उसने चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। 26 अक्टूबर को आरोपी ने देहरादून के विजय पार्क बसंत विहार क्षेत्र में एक बंद घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया और फिर वापस बरेली चला गया। 22 नवंबर को आरोपी फिर से न्यायालय में तारीख पर आने के लिए देहरादून आया, लेकिन पैसे खत्म होने के कारण उसने चोरी की योजना बनाई। रिस्पना पुल के पास सारथी विहार में एक बंद घर को चिन्हित कर रात में चोरी की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस की कार्रवाई जारी: पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की और मामले की आगे की जांच जारी रखी है।