
देहरादून: नगर आयुक्त नमामि बंसल ने शहर के डोर-टू-डोर कूड़ा उठान कार्य की औचक जांच के दौरान कई अनियमितताएं पाए जाने पर सख्त कदम उठाए। निरीक्षण के दौरान कूड़े के ढेर मिलने और नियमित सेवा में लापरवाही पर संबंधित कंपनी पर ₹2 लाख का जुर्माना लगाया गया। साथ ही नगर आयुक्त ने साफ-सफाई में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी और व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए।
शहर के इन इलाकों में मिला कूड़े का ढेर
निरीक्षण के दौरान भगत सिंह कॉलोनी, रायपुर रोड चूना भट्टा, और चकराता रोड यमुना कॉलोनी में बड़ी मात्रा में कूड़ा जमा पाया गया। इन इलाकों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का कार्य नियमित रूप से नहीं हो रहा था। नमामि बंसल ने मौके पर संबंधित कंपनी के कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए सेवाओं को तत्काल प्रभाव से सुधारने का आदेश दिया।
वाटरग्रेस कंपनी पर जुर्माना
लापरवाही के चलते डोर-टू-डोर कूड़ा प्रबंधन के लिए अधिकृत वाटरग्रेस कंपनी पर ₹2 लाख का जुर्माना लगाया गया। नगर आयुक्त ने कंपनी को साफ-सफाई में सुधार और समयबद्ध कूड़ा उठान सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
पर्यावरण मित्रों को दिए निर्देश
सहस्त्रधारा रोड पर नगर निगम के पर्यावरण मित्रों द्वारा सफाई कार्य करते देखा गया। नमामि बंसल ने कर्मचारियों को उपलब्ध सफाई उपकरणों का सही उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को न केवल अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए, बल्कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने और शहर को स्वच्छ बनाने के अपने दायित्व को भी निभाना चाहिए।
शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई
नगर आयुक्त ने बताया कि निगम के टोल-फ्री नंबर पर लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिनके आधार पर निरीक्षण किया गया। गंदगी पाए जाने के बाद कंपनी पर जुर्माना लगाया गया और सभी सफाई निरीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने वार्डों में पर्यावरण मित्रों को सुरक्षा उपकरण प्रदान करें और उनके उचित उपयोग के लिए जागरूकता अभियान चलाएं।
नगर आयुक्त का संदेश
नमामि बंसल ने कहा कि शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए सभी की भागीदारी आवश्यक है। डोर-टू-डोर कूड़ा उठान सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे सफाई से जुड़ी किसी भी समस्या की जानकारी निगम के टोल-फ्री नंबर पर दें।
निष्कर्ष: नगर आयुक्त द्वारा उठाए गए इन कड़े कदमों का उद्देश्य देहरादून को स्वच्छ, स्वस्थ और कचरा-मुक्त शहर बनाना है। नियमित निरीक्षण और सख्त कार्रवाई से सफाई व्यवस्थाओं में सुधार की उम्मीद है।