दिल्ली दौरे से लौटे सीएम धामी, राज्यहित और सियासी हलचल दोनों पर दिया ध्यान
CM Dhami returned from Delhi tour, paid attention to both state interest and political stir

देहरादून: उत्तराखंड की राजनीति इन दिनों कई मोर्चों पर हलचल से घिरी है। एक ओर राज्य आपदाओं से जूझ रहा है, तो दूसरी ओर पंचायत चुनावों में गड़बड़ी और विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के तेवरों ने माहौल को गरमा दिया है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का दिल्ली दौरा और भाजपा नेताओं की बैठकें चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
बैठक से अनुपस्थिति पर उठे सवाल
दिल्ली में हुई भाजपा की अहम बैठक की तस्वीरों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। बैठक में गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी की गैरमौजूदगी और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का थोड़ी देर रुककर निकल जाना अटकलों को हवा देने लगा। सोशल मीडिया पर इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं। हालांकि अगले दिन बलूनी और रावत, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम संग नजर आए, जिससे नए कयास शुरू हो गए। भाजपा ने नाराजगी की बातों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि नेताओं का व्यस्त कार्यक्रम ही वजह था।
धामी का व्यस्त कार्यक्रम
शनिवार देर शाम दिल्ली से लौटने के बाद सीएम धामी सीधे कार्यक्रमों में जुट गए। उन्होंने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में हिमाद्री आइसक्रीम एशियाई ओपन आइस स्केटिंग चैंपियनशिप का समापन किया और इसके तुरंत बाद आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों से आपदाओं से हुए नुकसान और बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि “दिल्ली दौरा सकारात्मक रहा और केंद्र से राज्यहित में कई महत्वपूर्ण चर्चाएं हुईं।”
खेल और युवा सुविधाओं पर जोर
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया से भेंट कर राज्य में खेल अधोसंरचना के विकास का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में खेल विश्वविद्यालय का निर्माण जारी है और इसके लिए केंद्र का सहयोग आवश्यक है। धामी ने विशेष उत्कृष्टता केंद्र (Special Excellence Centre) और अन्य खेल सुविधाओं की स्थापना पर भी जोर दिया ताकि युवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
ऊर्जा परियोजनाओं को मिली बड़ी राहत
धामी ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल से भी मुलाकात की। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में आरडीएसएस योजना के तहत 500 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी मिली है। वहीं हरिद्वार में बिजली की लाइनों को अंडरग्राउंड करने का फैसला हुआ है, जो आगामी कुंभ मेले की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आपदा राहत और सड़क बहाली
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात में धामी ने उत्तरकाशी आपदा का मुद्दा उठाया। उन्होंने गंगोत्री हाईवे के लंबे समय से बंद होने पर चिंता जताई और जल्द बहाली के लिए केंद्र से मदद मांगी। गडकरी ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
कैबिनेट विस्तार पर बोले धामी
दिल्ली दौरे से लौटने के बाद जब मीडिया ने कैबिनेट विस्तार को लेकर सवाल किया, तो धामी ने कहा कि “इस पर पार्टी में विचार-विमर्श जारी है और बहुत जल्द अंतिम निर्णय लिया जाएगा।” उन्होंने दोहराया कि भाजपा लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन करती है और वरिष्ठ नेताओं की राय के आधार पर फैसला लेगी।
सियासत में नए समीकरण
कुल मिलाकर धामी का दिल्ली दौरा राज्यहित के साथ-साथ सियासी दृष्टि से भी अहम साबित हुआ। जहां केंद्रीय मंत्रियों से आपदा, ऊर्जा और खेल से जुड़े ठोस मसलों पर बातचीत हुई, वहीं भाजपा के भीतर उठी नाराजगी की अटकलों को भी संतुलित ढंग से साधा गया। हालांकि, कैबिनेट विस्तार और संगठनात्मक फेरबदल को लेकर आने वाले दिनों में उत्तराखंड की राजनीति में नए समीकरण देखने को मिल सकते हैं।