देहरादून: मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने बाढ़ सुरक्षा कार्यों की समयबद्धता और गुणवत्ता पर जोर देते हुए अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है। सचिवालय में आयोजित व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक में नैनीताल और टिहरी गढ़वाल के बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को सैद्धांतिक और वित्तीय स्वीकृति दी गई।
मुख्य बिंदु:
- हल्द्वानी के गोलापार स्टेडियम के बाढ़ सुरक्षा कार्य:
- इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्टेडियम के समीप गोला नदी के बहाव और मलबे के कारण स्टेडियम की भूमि कटने और भविष्य में क्षतिग्रस्त होने का खतरा है।
- 3682.97 लाख रुपये की लागत से इस योजना का वित्त पोषण आपदा न्यूनीकरण मद से किया जाएगा।
- योजना के तहत स्टेडियम की सुरक्षा के लिए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य समयबद्धता और गुणवत्ता के साथ किए जाएंगे।
- टिहरी गढ़वाल के भिलंगना क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा:
- अतिवृष्टि और बादल फटने से धर्मगंगा नदी के बांये तट और बालगंगा नदी के दायें तट पर आई आपदा से दुकानों, आवासीय भवनों, और सड़कों को नुकसान हुआ।
- 1706.37 लाख रुपये की लागत से इस योजना का वित्त पोषण आपदा न्यूनीकरण मद से किया जाएगा।
- इन क्षेत्रों में संभावित नुकसान को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- सख्त निर्देश:
- मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को इन परियोजनाओं को समयबद्धता और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
- उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी कार्य योजनाबद्ध तरीके से धरातल पर उतरें।
बैठक में भागीदारी:
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा, संबंधित विभागों के सचिव, अपर सचिव और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव ने जोर देकर कहा कि बाढ़ सुरक्षा परियोजनाओं की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और उन्हें तय समयसीमा में पूरा किया जाना चाहिए।