
देहरादून: उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2024 का समापन हो गया। रविवार, 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही यह यात्रा आधिकारिक तौर पर समाप्त हुई। इस साल यात्रा ने नए रिकॉर्ड बनाए, जहां कुल 46,17,445 (46 लाख 17 हजार 445) श्रद्धालुओं ने चारधामों के दर्शन किए।
मुख्य आँकड़े
– बदरीनाथ धाम: 12 मई से 17 नवंबर तक कुल 14,35,341 (14 लाख 35 हजार 341) श्रद्धालु पहुंचे।
– केदारनाथ धाम: 10 मई से 3 नवंबर तक 16,52,076 (16 लाख 52 हजार 76) भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए।
– गंगोत्री धाम: 10 मई से 2 नवंबर तक 8,15,273 श्रद्धालुओं ने गंगोत्री धाम के दर्शन किए।
– यमुनोत्री धाम: 10 मई से 3 नवंबर तक 7,14,755 श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन के लिए पहुंचे।
– हेमकुंड साहिब: 25 मई से 10 अक्टूबर तक 1,83,722 (1 लाख 83 हजार 722) तीर्थयात्री पहुंचे।
प्राकृतिक आपदा के बावजूद उत्साह बरकरार
इस साल चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ हुई। बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुले। हालांकि, जुलाई में आई आपदा और भारी बारिश ने यात्रा को प्रभावित किया। इसके बावजूद **16 लाख से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे।
कम दिनों में बना रिकॉर्ड
चारधाम यात्रा इस बार सिर्फ 153 दिन चली, जबकि पिछले साल यह 205 दिन तक चली थी। इस साल औसतन रोजाना 31,372 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जो पिछले साल के दैनिक औसत 26,743 से अधिक था। अगर यात्रा 205 दिनों तक चलती, तो यह संख्या 64 लाख को पार कर सकती थी।
आकर्षण केंद्र बना बदरी-केदार
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार, दोनों धामों ने कुल 30,87,417 (30 लाख 87 हजार 417) श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। यह उत्तराखंड के पर्यटन और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है।
अगले साल अप्रैल-मई में होगी नई शुरुआत
चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत अगले साल अप्रैल-मई में होगी। यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए यह उत्तराखंड के धार्मिक पर्यटन के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।