
पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी के बाद ठिठुरन, मैदानी क्षेत्रों में कोहरे का कहर
देहरादून/हल्द्वानी: उत्तराखंड में इन दिनों मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सुबह-शाम कड़ाके की ठंड और दिन में बादलों की आंखमिचौली के बीच प्रदेश में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे ने जहां ठंड बढ़ाई है, वहीं पर्वतीय इलाकों में हाल ही में हुई बर्फबारी के कारण ठिठुरन बढ़ गई है।
कोहरा बना परेशानी का सबब
मैदानी इलाकों में कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है और ठंड का असर और बढ़ गया है। सुबह-शाम का तापमान गिरने से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं।
बादलों की आंखमिचौली
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में दोपहर के समय धूप निकलने के बाद आसमान में घने बादल छा जाते हैं। हालांकि, बादल बिना बरसे ही निकल जाते हैं। मौसम विभाग का कहना है कि आज प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। राजधानी देहरादून में दिन का तापमान 21°C और रात का तापमान 7°C रहने का अनुमान है।
पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ी
पर्वतीय अंचलों में हाल की बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इससे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और तीन हजार मीटर से ऊपर की चोटियों पर हिमपात की संभावना है। पर्वतीय इलाकों में अधिकतम तापमान 2°C और न्यूनतम तापमान 11°C के करीब रह सकता है।
जलवायु परिवर्तन का असर
मौसम विभाग ने जलवायु परिवर्तन को मौसम के अचानक बदलाव का कारण बताया है। कार्बन उत्सर्जन के कारण मैदानी इलाकों में दिन के समय गर्मी महसूस हो रही है। वहीं, रात और सुबह के समय ठंड से राहत नहीं मिल रही है।
ठंड से बेहाल जनजीवन
तराई और मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में मौसम में और बदलाव हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में कोहरे के चलते ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है।
निष्कर्ष: मौसम की इस अनिश्चितता ने प्रदेशवासियों को चौकन्ना कर दिया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और मौसम के पूर्वानुमान पर ध्यान देने की सलाह दी है।