
शनिवार, 11 जनवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के सेवाई क्षेत्र में निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के अधिकारियों से परियोजना की प्रगति, अवस्थापना सुविधाओं, और निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री के मुख्य बयान और निरीक्षण का सारांश
1. श्रमिकों और अधिकारियों से संवाद
- मुख्यमंत्री ने परियोजना पर काम कर रहे श्रमिकों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।
- अधिकारियों से रेलवे स्टेशन और रेल ब्रिज निर्माण से जुड़ी जानकारी ली।
2. पहाड़ों तक रेल पहुंचने का सपना
- सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहाड़ों तक रेल पहुंचाने का सपना साकार हो रहा है।
- उन्होंने इस परियोजना को उत्तराखंड के विकास और भविष्य के लिए मील का पत्थर बताया।
3. चार धाम रेल कनेक्टिविटी
- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण से चारों धाम रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे।
- शीतकालीन तीर्थयात्रा और पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही राज्यवासियों के लिए यातायात सुविधाएं और अधिक सुलभ होंगी।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना: प्रमुख जानकारी
- परियोजना की कुल लंबाई:
- 125 किलोमीटर।
- इसमें 16 सुरंगें (टनल) और 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं।
- प्रमुख निर्माण कार्य:
- गौचर के भट्टनगर से सेवाई:
- 6.3 किमी की स्केप टनल का ब्रेकथ्रू 25 दिसंबर को पूरा हो चुका है।
- 6.2 किमी की मेन टनल का काम मार्च 2026 तक पूरा होने का लक्ष्य है।
- गौचर के भट्टनगर से सेवाई:
- परियोजना की समयसीमा:
- दिसंबर 2026 तक अधिकांश कार्य पूरा करने का लक्ष्य।
- सेवाई क्षेत्र:
- कर्णप्रयाग का रेलवे स्टेशन सेवाई में बन रहा है।
- परियोजना के तहत एक रोड ब्रिज और एक रेल ब्रिज का निर्माण प्रगति पर है।
भविष्य की संभावनाएं
- यह रेल लाइन उत्तराखंड में आवागमन को आसान बनाएगी।
- तीर्थयात्रा और पर्यटन को बढ़ावा मिलने से राज्य की आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगति होगी।
- यह परियोजना उत्तराखंड के साथ पूरे देश के विकास के लिए आधारभूत ढांचा सुधारने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए इसे उत्तराखंड की जनता के लिए ऐतिहासिक सौगात बताया।