पौड़ी में भाजपा ने बागियों पर की सख्त कार्रवाई: 9 नेता पार्टी से निष्कासित
BJP took strict action against rebels in Pauri: 9 leaders expelled from the party

पौड़ी नगर पालिका चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी अनुशासन और एकता बनाए रखने के उद्देश्य से सख्त कदम उठाए हैं। भाजपा ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले 9 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
कौन-कौन हैं निष्कासित नेता?
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर निष्कासन की कार्रवाई की गई। निष्कासित नेताओं में शामिल हैं:
- केसर सिंह नेगी: पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष
- वीरा भंडारी: अध्यक्ष पद की उम्मीदवार
- कुसुम चमोली
- प्रियंका थपलियाल
- वार्ड नंबर 2 से शुभम रावत और दिनेश बिष्ट
- वार्ड नंबर 4 से राकेश गौशाली
- वार्ड नंबर 9 से रंजना
- प्रियंका बहुगुणा
ये सभी नेता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे।
भाजपा का रुख और आगे की रणनीति
भाजपा ने स्पष्ट किया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल किसी भी नेता को बख्शा नहीं जाएगा।
- कार्यकारी जिलाध्यक्ष कमल रावत ने बताया कि:
- प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई।
- पार्टी अन्य असंतुष्ट नेताओं की पहचान कर रही है।
- पार्टी विरोधी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सतर्कता बढ़ाई गई है।
समझौता और सुधार के प्रयास
हालांकि, भाजपा ने संकेत दिए हैं कि पार्टी ऐसे कार्यकर्ताओं को खोना नहीं चाहती जो वास्तव में पार्टी के लिए समर्पित हैं।
- असंतुष्ट नेताओं को पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान से जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
- संवाद और समझाने के प्रयास जारी हैं ताकि पार्टी एकजुट रहे और चुनाव में मजबूती से खड़ी हो।
पार्टी की अनुशासन नीति का संदेश
इस सख्त कदम से भाजपा ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी अनुशासन और संगठन की एकता सर्वोपरि है।
- निष्कासन से अन्य संभावित असंतुष्ट नेताओं को चेतावनी दी गई है।
- यह कार्रवाई आने वाले चुनावों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने में सहायक हो सकती है।
भाजपा की यह सख्ती पार्टी के भीतर अनुशासन बनाए रखने और चुनावी प्रदर्शन में सुधार की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।