
वाशिंगटन: अमेरिकी सेना ने घोषणा की है कि अब ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सेना में भर्ती नहीं किया जाएगा और सेवा में मौजूद जवानों के लिए लिंग परिवर्तन से जुड़ी चिकित्सा सुविधाएं भी समाप्त कर दी जाएंगी।
तत्काल प्रभाव से लागू हुआ निर्णय
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए बयान में अमेरिकी सेना ने स्पष्ट किया कि यह नया नियम तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। सेना ने कहा, “लिंग डिस्फोरिया (लिंग पहचान से संबंधित मानसिक तनाव) के इतिहास वाले व्यक्तियों के लिए सभी नए प्रवेश रोक दिए गए हैं।”
ट्रंप के कार्यकारी आदेश के बाद आया फैसला
अमेरिकी सेना का यह निर्णय पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में हस्ताक्षरित चार कार्यकारी आदेशों के तहत लिया गया है। इन आदेशों के तहत सेना में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की सेवा पर प्रतिबंध लगाने और कोविड-19 वैक्सीन से इनकार करने के कारण बर्खास्त सैनिकों को बहाल करने के प्रावधान शामिल हैं।
पूर्व में बाइडेन ने हटाया था प्रतिबंध
2017 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रांसजेंडर अमेरिकियों को अमेरिकी सेना में सेवा देने से प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस प्रतिबंध को हटाने का आदेश जारी किया था।
लेकिन 20 जनवरी 2025 को ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद, उन्होंने सेना में ट्रांसजेंडर सेवा सदस्यों को शामिल करने की बाइडेन प्रशासन की नीति को रद्द कर दिया।
अमेरिकी सेना का बयान
अमेरिकी सेना ने कहा, “ट्रांसजेंडर सेवा सदस्यों ने देश की सेवा के लिए स्वेच्छा से काम किया है और उनके साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाएगा।”
यह निर्णय अमेरिका में ट्रांसजेंडर समुदाय और सैन्य नीतियों को लेकर एक नई बहस छेड़ सकता है।