उत्तराखंड

देहरादून में सीएम धामी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत

CM Dhami launches Self-reliant India campaign in Dehradun

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय से आत्मनिर्भर भारत अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने अभियान का नया लोगो और नारा “हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी” लॉन्च किया। मुख्यमंत्री ने इसे विकसित भारत निर्माण का सबसे बड़ा माध्यम बताया और कहा कि यह सिर्फ सरकार की पहल नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वे स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर राष्ट्रनिर्माण में योगदान दें।

स्वदेशी: भारत की सनातन संस्कृति का हिस्सा

कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों, उद्यमियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि स्वदेशी केवल एक नारा नहीं, बल्कि भारत की सनातन संस्कृति और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने बताया कि स्वदेशी का संकल्प किसानों, कारीगरों, छोटे व्यापारियों और उद्यमियों के प्रति सम्मान का प्रतीक है। यह केवल आर्थिक मजबूती का साधन नहीं, बल्कि मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को भी दर्शाता है।

आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य और महत्व

धामी ने स्पष्ट किया कि आत्मनिर्भर भारत तभी सफल होगा जब हर घर और परिवार स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता देगा। उन्होंने कहा, “यह अभियान देश को आर्थिक स्वतंत्रता की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और विकसित भारत की आधारशिला बनेगा।”

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और स्वदेशी आंदोलन

मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम में स्वदेशी आंदोलन की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोकमान्य तिलक, महर्षि अरविंदो और महात्मा गांधी ने स्वदेशी को राष्ट्रनिर्माण का आधार बनाया। उन्होंने पीएम मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियानों की सराहना की और कहा कि ये आधुनिक प्रयास स्वदेशी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

मिसाइल से डिजिटल इंडिया तक स्वदेशी ताकत

धामी ने भारत की तकनीकी प्रगति का उदाहरण देते हुए बताया कि आज स्वदेशी केवल खादी और दीयों तक सीमित नहीं है। “ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस लड़ाकू विमान, सेमीकंडक्टर, डिजिटल इंडिया और यूपीआई जैसे नवाचार हमारी स्वदेशी ताकत का प्रमाण हैं,” उन्होंने कहा। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान विकसित वैक्सीन और पीपीई किट का भी उदाहरण देते हुए भारत की आत्मनिर्भरता को रेखांकित किया।

उत्तराखंड की भूमिका और स्थानीय उत्पाद

मुख्यमंत्री ने राज्य की पहाड़ी अर्थव्यवस्था और स्थानीय उत्पादों को स्वदेशी अभियान से जोड़ते हुए कहा कि ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ अंब्रेला ब्रांड और ‘एक जिला दो उत्पाद’ जैसी योजनाएं स्थानीय हस्तशिल्प और कृषि उत्पादों को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने शहद, मंडुआ, झंगोरा, मसाले और औषधीय पौधों की खेती को आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान बताया।

जीवनशैली और त्योहारों में स्वदेशी को बढ़ावा

सीएम धामी ने जनता से अपील की कि दैनिक जीवन, त्योहारों और विवाह समारोहों में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि व्यापारी गर्व से कहें कि यह उत्पाद स्वदेशी है। यही सामूहिक प्रयास भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने में मदद करेगा।

विकसित भारत की दिशा में सामूहिक कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना केवल सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक का दायित्व है। “हम सभी को यह संकल्प लेना होगा कि हमारे उपयोग में आने वाली अधिकतर वस्तुएं स्वदेशी हों। यही सामूहिक प्रयास हमें आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे ले जाएंगे,” उन्होंने कहा।

उत्तराखंड से पूरे देश में संदेश

देहरादून से शुरू हुआ यह अभियान न केवल राज्य बल्कि पूरे देश में स्वदेशी को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री धामी के संदेश ने स्पष्ट कर दिया कि स्वदेशी अपनाना सिर्फ आर्थिक मजबूती नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक भी है।

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