रक्षाबंधन से पहले दिल्ली मेट्रो ने बनाया नया यात्री रिकॉर्ड, एक दिन में 81.87 लाख ने किया सफर
Before Rakshabandhan, Delhi Metro created a new passenger record, 81.87 lakh people travelled in a day

नई दिल्ली: रक्षाबंधन से ठीक एक दिन पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने अपने इतिहास का सबसे बड़ा यात्री संख्या रिकॉर्ड दर्ज किया। 18 अगस्त को मेट्रो में कुल 81.87 लाख यात्रियों ने सफर किया, जो अब तक का सबसे उच्चतम आंकड़ा है। इसने अप्रैल 2024 में बने 78 लाख यात्रियों के पिछले रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
त्योहार पर मेट्रो बनी सबसे बड़ी सहारा
रक्षाबंधन के अवसर पर दिल्ली और एनसीआर में लोगों की आवाजाही सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना बढ़ जाती है। भाई-बहन के इस विशेष पर्व पर लोग अपने प्रियजनों से मिलने के लिए यात्रा करते हैं, और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए मेट्रो सबसे भरोसेमंद साधन बन जाती है। इस बार त्योहार से एक दिन पहले यात्रियों की संख्या में लगभग 25% की वृद्धि दर्ज की गई।
रिकॉर्ड तोड़ भीड़ और DMRC की तैयारी
इतिहास में पहली बार एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों के सफर को देखते हुए DMRC ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। पीक आवर्स में ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी घटाकर 2-3 मिनट कर दी गई और अतिरिक्त ट्रेनें चलाई गईं। स्टेशनों पर अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती और CISF की सुरक्षा जांच व्यवस्था को भी मजबूत किया गया, ताकि भीड़ के बीच संचालन सुचारू रहे।
यात्रियों की पहली पसंद क्यों है मेट्रो
कई यात्रियों ने बताया कि रक्षाबंधन जैसे अवसर पर समय पर गंतव्य तक पहुंचना सबसे जरूरी होता है, और मेट्रो इस मामले में सबसे भरोसेमंद साधन है। यह न केवल समय की बचत करती है बल्कि यात्री को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा भी प्रदान करती है।
दिल्ली मेट्रो का विशाल नेटवर्क
390 किलोमीटर से अधिक लंबे नेटवर्क और 12 से अधिक कॉरिडोर के साथ दिल्ली मेट्रो दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शहरों जैसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, बहादुरगढ़ और गाजियाबाद को जोड़ती है। इस कारण त्योहारों के मौसम में भी लोग लंबी दूरी तय करने के लिए मेट्रो को प्राथमिकता देते हैं।
पर्यावरण और यातायात पर सकारात्मक असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों द्वारा मेट्रो का इस्तेमाल करने से ट्रैफिक जाम और प्रदूषण में कमी आती है। अगर ये सभी यात्री निजी वाहन का उपयोग करते, तो दिल्ली की सड़कों पर स्थिति और गंभीर हो सकती थी।
DMRC की अपील
इतिहास में दर्ज इस नए मील के पत्थर के बाद DMRC ने यात्रियों का धन्यवाद किया और आग्रह किया कि वे त्योहारों के अलावा भी नियमित आवागमन के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करें, जिससे यातायात और पर्यावरण दोनों को लाभ हो सके।