
देहरादून: केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग जिले के लिए 39 महत्वपूर्ण घोषणाओं का ऐलान किया है। यह कदम पूर्व विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हुई सीट पर संभावित उपचुनाव से पहले उठाया गया है। संभावना जताई जा रही है कि नवंबर महीने में इस सीट पर उपचुनाव कराया जा सकता है। इस बीच, मुख्यमंत्री धामी ने केदारघाटी और आस-पास के क्षेत्रों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का खाका तैयार किया है, जिसमें स्थानीय जनता की 14 मांगों को भी शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग जिले के लिए 25 नई घोषणाओं के साथ-साथ केदारनाथ क्षेत्र की जनता की 14 प्रमुख मांगों को भी अपनी विकास योजनाओं में शामिल कर लिया है। उन्होंने केदारनाथ घाटी, तल्ला नागपुर, कालीमठ घाटी, और मध्यमहेश्वर घाटी के लिए विशेष विकास कार्यों का वादा किया है। मुख्यमंत्री के सचिव विनय शंकर पांडे ने बताया कि इन घोषणाओं का उद्देश्य क्षेत्र में विकास की गति को बढ़ावा देना और जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
14 प्रमुख घोषणाएँ:
1. मणिगुहा से धौनिक तक 2 किमी लंबी सड़क का निर्माण, जो नन्दाबाड़ी को सरकारी अस्पताल से जोड़ेगी।
2. मचकण्डी से सौर भूतनाथ (अगस्तमुनि) मंदिर तक 3 किमी लंबा मोटर मार्ग।
3. बासवाड़ा-जलई-किरधू-गौर कण्डारा (अगस्तमुनि) द्वितीय चरण मोटर मार्ग का निर्माण।
4. अंधेरगढ़ी से धार तोलियों तक के मोटर मार्ग का सुधारीकरण और डामरीकरण।
5. ऊखीमठ आन्तरिक मोटर मार्ग से किमाडा तक सड़क का सुधार और डामरीकरण।
6. त्यूंग बैण्ड से नहरा-कुण्डलिया 1.78 किमी मोटर मार्ग का सुधार और डामरीकरण।
7. उनियाणा से किरमोडी-पौल्दी द्वणी होते हुए कालीशिला तक 6 किमी मोटर मार्ग का निर्माण।
8. गोण्डार-बंडतोती मोरखण्डा नदी पर पुल निर्माण।
9. चौमासी से खाम रेकाधार से केदारनाथ पैदल ट्रैकिंग मार्ग का निर्माण।
10. वासवाड़ा मोहनखाल मोटर मार्ग का चौड़ीकरण और डामरीकरण।
11. आपदा-ग्रस्त ग्रामसभा किणझाणी का विस्थापन।
12. सांणेश्वर मंदिर-सिल्ला बमड़ गांव (अगस्तमुनि) का सौंदर्यीकरण।
13. पठालीधार (अगस्तमुनि) में खेल मैदान का निर्माण।
14. अगस्तमुनि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ऑडिटोरियम का निर्माण।
रणनीतिक कदम:
केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव से पहले बीजेपी ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कई योजनाओं पर तेजी से काम करना शुरू किया है। बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटें गंवाने के बाद, पार्टी के लिए यह सीट महत्वपूर्ण बन गई है। मुख्यमंत्री धामी ने शैलारानी रावत के निधन के बाद वादा किया था कि जब तक उपचुनाव नहीं हो जाता, तब तक वे खुद केदारनाथ क्षेत्र के विधायक के रूप में काम करेंगे। उनके नेतृत्व में अब इन घोषणाओं और विकास कार्यों से स्थानीय जनता को राहत और उम्मीदें दी जा रही हैं।
बीजेपी इन योजनाओं के माध्यम से क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है, ताकि आगामी उपचुनाव में पार्टी की स्थिति बेहतर हो।