
गंगा स्वच्छता अभियान का शुभारंभ
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के उजेली से अतुल्य गंगा अभियान के तहत सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों का 10 सदस्यीय दल प्लास्टिक मुक्त गंगा का संदेश लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुआ। इस दल को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
1150 किमी की साइकिल यात्रा
दल 11 दिनों में उत्तरकाशी से प्रयागराज तक 1150 किलोमीटर की साइकिल यात्रा करेगा। यह यात्रा देवप्रयाग, ऋषिकेश, नरौरा, कानपुर होते हुए 31 जनवरी तक प्रयागराज में समाप्त होगी।
11 साल का अतुल्य गंगा प्रोजेक्ट
एवरेस्ट विजेता विष्णु सेमवाल ने बताया कि यह अभियान 11 वर्षों के अतुल्य गंगा प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसे सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों ने मां गंगा को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए शुरू किया है। प्रोजेक्ट को चार साल पूरे हो चुके हैं, और यह ‘उत्तरकाशी टू महाकुंभ’ अभियान इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
जन जागरूकता के लिए विशेष प्रयास
साइकिल यात्रा के दौरान दल गंगा किनारे बसे शहरों और गांवों में लोगों और बच्चों को गंगा स्वच्छता, पौधारोपण, और गंगा के महत्व के प्रति जागरूक करेगा। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भी लोगों को गंगा को स्वच्छ बनाए रखने का संदेश दिया जाएगा।
यात्रा के प्रमुख पड़ाव
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में यात्रा के मुख्य पड़ाव होंगे:
- उत्तराखंड: टिहरी बांध, कोटेश्वर, देवप्रयाग, हरिद्वार
- उत्तर प्रदेश: गढ़ मुक्तेश्वर, नरौरा, काकोरा, फर्रूखाबाद, बिल्हौर, कानपुर, फतेहपुर, प्रयागराज
दल के सदस्य और उद्देश्य
दल में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल हेम लुहमी, राजीव रावत, गोपाल शर्मा, कौशक शर्मा, आनंद शर्मा, राजेंद्र धामी, आनंद स्वरूप, और मनोज केशवर जैसे सैन्य अधिकारी शामिल हैं। इस अभियान का उद्देश्य महाकुंभ 2025 तक गंगा को प्लास्टिक मुक्त बनाना और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है।
गंगा स्वच्छता के लिए साझा प्रयास
यह यात्रा न केवल गंगा को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता बढ़ाने का भी संदेश देती है।