उत्तराखंड

दिल्ली दौरे पर सक्रिय मुख्यमंत्री धामी, ओम बिरला व केंद्रीय मंत्रियों से की अहम बैठकें, राज्य हित के मुद्दे उठाए

Active Chief Minister Dhami on Delhi tour, held important meetings with Om Birla and Union Ministers, raised issues of state interest

देहरादून/दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन दिनों अपने दिल्ली दौरे पर हैं और राज्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल, और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर राज्य की धार्मिक, विकासात्मक और ऊर्जा परियोजनाओं पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी से महत्वपूर्ण चर्चा

14 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी से हुई बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने आगामी नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 और हरिद्वार अर्धकुंभ 2028 के आयोजन पर चर्चा की। उन्होंने केंद्र से इन धार्मिक आयोजनों के लिए विशेष बजट सहायता की मांग की ताकि राज्य समय से बेहतर तैयारियां कर सके। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को उत्तराखंड के पारंपरिक उत्पाद भेंट करते हुए, इन आयोजनों में भाग लेने का आमंत्रण भी दिया।

जल विद्युत परियोजनाओं पर मांगा केंद्र से सहयोग

15 जुलाई को सीएम धामी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से मुलाकात की। उन्होंने उत्तराखंड की 21 जल विद्युत परियोजनाओं में से 5 प्रमुख परियोजनाओं को शीघ्र शुरू करने की मांग रखी। मुख्यमंत्री का कहना था कि इन परियोजनाओं के प्रारंभ होने से राज्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मंत्री पाटिल ने परियोजनाओं को प्राथमिकता देने और शीघ्र स्वीकृति देने का आश्वासन दिया।

लोकसभा अध्यक्ष से सांस्कृतिक पहचान पर चर्चा

मुख्यमंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी सौहार्दपूर्ण भेंट की। उन्होंने बिरला को चारधाम यात्रा का प्रसाद और राज्य के स्थानीय उत्पाद जैसे मंडुवा, झंगोरा, बुरांश का रस आदि भेंट किए। उन्होंने आग्रह किया कि उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों और उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने में केंद्र सरकार सहयोग करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे किसानों और कारीगरों को सीधा लाभ मिलेगा।

आगे भी मुलाकातों का सिलसिला जारी

मुख्यमंत्री के इस दौरे को राज्य की विकास योजनाओं को गति देने वाला माना जा रहा है। वे आने वाले दिनों में अन्य केंद्रीय मंत्रियों से भी भेंट कर सकते हैं। धामी का उद्देश्य स्पष्ट है—उत्तराखंड को धार्मिक, पर्यटन, ऊर्जा और उत्पाद क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और केंद्र से सक्रिय समर्थन प्राप्त करना।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button