
रानीखेत: प्रदेशभर में होली की धूम मची हुई है, और इसी कड़ी में रानीखेत में पहली बार सांस्कृतिक समिति द्वारा फागोत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव में महिला टोलियों ने नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली, जो आकर्षण का केंद्र बनी। इसके बाद शिव मंदिर परिसर में होली गायन एवं स्वांग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें विजेता टीमों को नकद पुरस्कार एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में नैनीताल की टीम प्रथम, रानीखेत द्वितीय और अल्मोड़ा तृतीय स्थान पर रही।
छावनी परिषद के अधिकारी ने किया फागोत्सव का शुभारंभ
फागोत्सव का उद्घाटन छावनी परिषद मुख्य अधिशासी अधिकारी कुनाल रोहिला और विशिष्ट अतिथि रंगकर्मी कैलाश पांडे ने चीर बांधकर किया। इस दौरान महिला टीमों ने होली गायन और स्वांग अभिनय की बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं। लोक धुनों और पारंपरिक रागों से सजे इस आयोजन में होली के पारंपरिक गीतों ने समां बांध दिया।
रामनगर में भी होली की धूम, महिलाओं ने किया पारंपरिक होली नृत्य
नैनीताल जिले के रामनगर में भी होली की धूम देखने को मिली। यहां महिलाओं ने पारंपरिक गीतों पर नृत्य किया और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली का जश्न मनाया। “ऐसी बंसी बजाई घनश्याम ने” और “होली खेलन कैसे जाऊं सखी रे” जैसे लोकप्रिय गीतों पर महिलाएं थिरकती रहीं।
कुमाऊं की होली की अलग पहचान
कुमाऊं क्षेत्र में होली का उत्सव अनोखे अंदाज में मनाया जाता है। यहां होलियार ढोल की थाप और शास्त्रीय रागों पर झूमते हुए होली का आनंद लेते हैं। पौष माह के पहले रविवार से बैठकी होली की शुरुआत होती है, जो पूरे तीन महीने तक चलती है।
होली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है, जिसे कुमाऊं में विशेष रूप से उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।