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उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम: रेखा आर्य ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सौंपे नियुक्ति पत्र

A big step towards women empowerment in Uttarakhand: Rekha Arya handed over appointment letters to Anganwadi workers

श्रीनगर, 20 जून 2025: राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण और बाल विकास को सशक्त बनाने की दिशा में लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। शुक्रवार को श्रीनगर स्थित एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के चौरास परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने पौड़ी और रुद्रप्रयाग जिलों की नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए।

7052 पदों पर हुई नियुक्ति, आंगनबाड़ी व्यवस्था को मिलेगा बल

मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने राज्यभर में 7052 आंगनबाड़ी पदों पर नई भर्ती की है, जिसमें 722 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और 6330 सहायिकाएं शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को गति देना और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाना है।

आंगनबाड़ी सिर्फ नौकरी नहीं, समाज सेवा का अवसर

रेखा आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि आंगनबाड़ी का कार्य केवल रोजगार नहीं बल्कि समाज के प्रति एक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इन कार्यकत्रियों की सेवा मातृ एवं बाल पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्यंत आवश्यक है।

मानदेय में वृद्धि और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती महिलाएं

मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय में ऐतिहासिक वृद्धि की है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है, बल्कि उन्हें सामाजिक सम्मान भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि अब विभाग में उच्च शिक्षित युवतियां आ रही हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में भी समर्पण के साथ काम कर रही हैं।

पौड़ी और रुद्रप्रयाग की कार्यकत्रियों को मिला नियुक्ति पत्र

इस कार्यक्रम में पौड़ी जिले की 66 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और 631 सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए, जबकि रुद्रप्रयाग जिले की 15 कार्यकत्रियों और 188 सहायिकाओं को भी नियुक्त किया गया। सभी नियुक्तियां पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर की गई हैं।

कार्यकत्रियों को दिया गया समर्पण और अनुशासन का संदेश

रेखा आर्य ने सभी नवचयनित महिलाओं से भावनात्मक जुड़ाव, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि मातृ एवं बाल कल्याण योजनाएं प्रभावी रूप से हर गांव और हर घर तक पहुंचे।

नारी सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक पहल

यह आयोजन महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। नियुक्तियों के माध्यम से न केवल हजारों महिलाओं को आजीविका का साधन मिला है, बल्कि उन्हें समाज के उत्थान में भागीदारी का भी अवसर प्राप्त हुआ है।

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