दिल्ली चुनाव नतीजों पर कांग्रेस का तंज – ‘बीजेपी ने अपनी बी टीम को सत्ता से बाहर किया’
Congress's taunt on Delhi election results - 'BJP threw its B team out of power'

देहरादून: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा 27 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है, वहीं कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता सुजाता पॉल ने भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के संबंधों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा ने अपनी “बी टीम” AAP को खत्म करने का मन बना लिया है।
“AAP को कांग्रेस को खत्म करने के लिए लाया गया था”
कांग्रेस प्रवक्ता सुजाता पॉल ने कहा कि आम आदमी पार्टी को भाजपा ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए खड़ा किया था। लेकिन अब भाजपा ने अपनी रणनीति बदलते हुए AAP को ही दिल्ली की राजनीति से बाहर करने का फैसला कर लिया है।
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर था। अब जनता को उनकी सच्चाई समझ में आ चुकी है और यही वजह है कि भाजपा ने इस बार AAP को सत्ता से बाहर कर दिया है।
“AAP सिर्फ कांग्रेस को कमजोर करने वाले राज्यों में चुनाव लड़ती है”
सुजाता पॉल ने सवाल उठाया कि AAP उन राज्यों में क्यों नहीं जाती जहां भाजपा का मजबूत विपक्ष पहले से मौजूद है। उन्होंने कहा,
“आपने देखा होगा कि आम आदमी पार्टी पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने नहीं जाती, क्योंकि वहां ममता बनर्जी की सरकार भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़ी है। लेकिन कांग्रेस के मजबूत गढ़ों में AAP चुनाव लड़कर सिर्फ कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने का काम करती है।”
“AAP का अंत शुरू, कांग्रेस करेगी वापसी”
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि दिल्ली चुनाव परिणाम यह संकेत दे रहे हैं कि आम आदमी पार्टी का पतन शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा और AAP की सच्चाई जनता के सामने आ चुकी है और अब लोग स्वर्गीय शीला दीक्षित के कार्यकाल को याद कर रहे हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि भविष्य में दिल्ली की जनता कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए समर्थन देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस उद्देश्य के लिए AAP को आगे बढ़ाया था, अब वह खुद ही उसे खत्म करने में लगी हुई है।
दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण
दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजे राजनीतिक समीकरणों में बड़े बदलाव का संकेत दे रहे हैं। भाजपा ने जहां 27 साल बाद सत्ता में वापसी की, वहीं आम आदमी पार्टी का पतन साफ नजर आ रहा है। कांग्रेस भी खुद को फिर से स्थापित करने की कोशिश में जुटी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि भविष्य में दिल्ली की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है।