उत्तराखंड में पर्यटन को मिलेगी नई उड़ान: पिथौरागढ़–मुनस्यारी और हल्द्वानी–अल्मोड़ा हेली सेवा शुरू
Tourism in Uttarakhand will get a new boost: Pithoragarh-Munsiyari and Haldwani-Almora heli services launched

देहरादून/पिथौरागढ़। सीमांत राज्य उत्तराखंड में पर्यटन और यातायात को नई रफ्तार देने के लिए हवाई संपर्क को और मजबूत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को वर्चुअल माध्यम से पिथौरागढ़–मुनस्यारी और हल्द्वानी–अल्मोड़ा हेली सेवाओं का शुभारंभ किया। इस पहल से न केवल पर्यटकों की आवाजाही सुगम होगी बल्कि आपात स्थिति और आपदा प्रबंधन में भी यह सेवा जीवन रेखा साबित होगी।
पिथौरागढ़–मुनस्यारी हेली सेवा: अब 15 मिनट में सफर
नए रूट पर हेली सेवा सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध रहेगी।
- पिथौरागढ़ से उड़ान: सुबह 10:30 बजे और दोपहर 1:50 बजे।
- मुनस्यारी से उड़ान: सुबह 10:50 बजे और दोपहर 2:10 बजे।
पहले जहां सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में 3–4 घंटे लगते थे, वहीं अब हवाई सफर मात्र 15 मिनट में पूरा होगा। यात्रियों से इसके लिए 2500 रुपए किराया लिया जाएगा।
सेवा का संचालन हेरिटेज एविएशन कंपनी को सौंपा गया है। कंपनी के सीईओ रोहित माथुर ने कहा कि यात्रियों को सुरक्षित और समयबद्ध सुविधा देने के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।
हल्द्वानी–अल्मोड़ा हेली सेवा
हल्द्वानी से अल्मोड़ा तक भी हवाई संपर्क शुरू हो गया है।
- हल्द्वानी से उड़ान: सुबह 11:50 बजे और शाम 3:10 बजे।
- अल्मोड़ा से उड़ान: दोपहर 12:50 बजे और शाम 4:10 बजे।
इस रूट पर भी किराया 2500 रुपए निर्धारित किया गया है। पर्यटन कारोबारियों का मानना है कि यह सेवा राज्य के प्रमुख हिल स्टेशनों को पर्यटकों के लिए और आकर्षक बना देगी।
होटल एसोसिएशन, पिथौरागढ़ के अध्यक्ष जगदीश रावत ने कहा – “हेली सेवा पर्यटन को नई गति देगी और सीमांत क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी।”
पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अल्मोड़ा और मुनस्यारी न केवल प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि उनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। यहां के प्राचीन मंदिर, लोक संस्कृति और हिमालयी दृश्य पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित करते हैं।
उन्होंने कहा कि नई हेली सेवाओं से जहां पहले कई घंटे लगते थे, अब पर्यटक कुछ ही मिनटों में गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
हेलीपोर्ट नेटवर्क का विस्तार
वर्तमान में राज्य में 18 हेलीपोर्ट विकसित किए गए हैं, जिनमें से 12 पर हेली सेवाएं सफलतापूर्वक संचालित हो रही हैं।
अब तक गौचर, जोशियाड़ा, हल्द्वानी, मुनस्यारी, मसूरी, पिथौरागढ़, पंतनगर, चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल और अल्मोड़ा हवाई सेवाओं से जुड़ चुके हैं।
इससे पर्यटकों, स्थानीय यात्रियों के साथ-साथ आपातकालीन चिकित्सा और राहत कार्यों में भी बड़ी सहूलियत मिलेगी।
टिकट बुकिंग होगी आसान
यात्री इन हेली सेवाओं के टिकट सीधे ऑनलाइन पोर्टल airheritage.in से बुक कर सकते हैं। इससे यात्रा प्रक्रिया पारदर्शी, समयबद्ध और सुविधाजनक हो गई है।
पिथौरागढ़–मुनस्यारी और हल्द्वानी–अल्मोड़ा हेली सेवाओं की शुरुआत उत्तराखंड में पर्यटन विकास, आपदा प्रबंधन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगी। यह पहल न केवल सीमांत इलाकों को राज्य की मुख्यधारा से जोड़ेगी बल्कि उत्तराखंड को हेली सेवा के क्षेत्र में भी अग्रणी बनाएगी।