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सीपी राधाकृष्णन आज लेंगे 15वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ, राष्ट्रपति भवन में होगा समारोह

CP Radhakrishnan will take oath as the 15th Vice President today, the ceremony will be held at Rashtrapati Bhavan

नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में शुक्रवार को चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने देश के 15वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पूरा मंत्रिमंडल, कई राज्यपाल और मुख्यमंत्री मौजूद रहे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से शीर्ष नेता गुरुवार देर रात ही राजधानी दिल्ली पहुंच गए थे।

राजनीतिक हस्तियों की गरिमामयी मौजूदगी

शपथ ग्रहण समारोह में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए। पूरे कार्यक्रम में उत्साह और गरिमा का माहौल देखने को मिला।

कड़ा मुकाबला, ऐतिहासिक मतदान

एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने विपक्ष के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को हराकर यह जीत दर्ज की। राज्यसभा के महासचिव और निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी के अनुसार कुल 781 सांसदों में से 767 ने मतदान किया, जो 98.2 प्रतिशत का रिकॉर्ड है। इनमें से 752 वोट वैध पाए गए, जबकि 15 वोट अवैध घोषित हुए। बहुमत के लिए 377 मतों की जरूरत थी।

राधाकृष्णन को 452 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। एनडीए के पास पहले से ही 427 सांसदों का समर्थन था, लेकिन वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 11 सांसदों के अतिरिक्त समर्थन ने जीत का अंतर और बढ़ा दिया। खास बात यह रही कि एनडीए उम्मीदवार को उम्मीद से 14 वोट अधिक मिले, जिससे विपक्षी दलों में क्रॉस-वोटिंग की चर्चाएं तेज हो गईं।

कुछ सांसदों ने नहीं डाला वोट

चुनाव में 13 सांसदों ने मतदान से दूरी बनाई। इनमें बीजू जनता दल (बीजेडी) के सात, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के चार, शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) का एक और एक निर्दलीय सांसद शामिल थे।

प्रधानमंत्री की बधाई और उम्मीदें

परिणाम घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सी.पी. राधाकृष्णन को बधाई दी और विश्वास जताया कि वे भारत के संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करेंगे और संसदीय कार्यवाही को रचनात्मक दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि नए उपराष्ट्रपति का अनुभव और नेतृत्व देश के लोकतांत्रिक ढांचे को और मजबूत करेगा।

राधाकृष्णन की यह जीत न केवल एनडीए की ताकत को दर्शाती है बल्कि संसदीय राजनीति में उनके बढ़ते प्रभाव को भी साबित करती है। अब पूरे देश की निगाहें इस बात पर होंगी कि वे उपराष्ट्रपति के रूप में राज्यसभा की कार्यवाही और संसदीय संवाद को किस तरह नई दिशा देते हैं।

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