शिक्षक दिवस पर डॉ. आलोक सागर गौतम को मिला टीचिंग एक्सीलेंस अवार्ड
Dr. Alok Sagar Gautam received the Teaching Excellence Award on Teachers' Day

श्रीनगर गढ़वाल: विश्वविद्यालय परिवार के लिए गौरव का क्षण
शिक्षक दिवस 2025 का अवसर हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के लिए गर्व और सम्मान का क्षण लेकर आया। विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर और हिमालयी वातावरणीय एवं अंतरिक्ष भौतिकी शोध प्रयोगशाला के मुख्य अन्वेषक डॉ. आलोक सागर गौतम को इस वर्ष केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान द्वारा प्रतिष्ठित टीचिंग एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया।
भव्य समारोह में हुआ सम्मान
यह पुरस्कार 5 सितंबर 2025 को केंद्रीय विश्वविद्यालय किशनगढ़ (राजस्थान) के सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, विश्वविद्यालय के कुलपति और देशभर से आए राष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात शिक्षाविद मौजूद रहे। गरिमामयी माहौल में डॉ. गौतम को यह पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसे पूरा गढ़वाल विश्वविद्यालय परिवार अपनी उपलब्धि मान रहा है।
पुरस्कार का उद्देश्य और चयन प्रक्रिया
केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान ने इस पुरस्कार की स्थापना उच्च शिक्षण संस्थानों (HEIs) में अध्यापन की उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की है। यह सम्मान हर वर्ष शिक्षक दिवस पर उन शिक्षकों को दिया जाता है, जिन्होंने अध्यापन, शोध और सामाजिक योगदान के माध्यम से संस्थान और समाज के विकास में अहम भूमिका निभाई हो।
पुरस्कार चयन प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी और स्वतंत्र समिति द्वारा बहु-स्तरीय मूल्यांकन पर आधारित होती है। इसमें अध्यापन की गुणवत्ता, शैक्षणिक सहभागिता, शोध कार्य और समाज पर सकारात्मक प्रभाव जैसे मानदंडों को ध्यान में रखा जाता है।
डॉ. गौतम का शोध और शैक्षणिक योगदान
डॉ. आलोक सागर गौतम वर्तमान में वायुमंडलीय एवं पर्यावरणीय भौतिकी के क्षेत्र में एक अग्रणी वैज्ञानिक और शोधकर्ता के रूप में स्थापित हैं। उनके शोध विषयों में आकाशीय बिजली और मौसम, जलवायु परिवर्तन, वायु गुणवत्ता और प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभाव, बादल निर्माण, जलवायु अध्ययन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित मौसम पूर्वानुमान जैसे समसामयिक मुद्दे शामिल हैं।
अब तक उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जर्नलों में 160 से अधिक शोध पत्र, 32 पुस्तक अध्याय और 17 पेटेंट प्रकाशित किए हैं। उनके शोध कार्यों को देश-विदेश में व्यापक सराहना मिली है। डॉ. गौतम ने भारत सरकार के 28वें अंटार्कटिका अभियान में भी भाग लिया था, जो उनके वैज्ञानिक कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण का प्रमाण है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान
डॉ. गौतम को इससे पहले भी कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं। इनमें अंतर्राष्ट्रीय सैद्धांतिक भौतिकी केंद्र (ICTP), इटली की जूनियर एसोसिएटशिप, उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) का यंग साइंटिस्ट अवार्ड और विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किए गए अनेक शोध उत्कृष्टता पुरस्कार शामिल हैं। हाल ही में थाईलैंड के सुआन सुनन्दा राजभाट विश्वविद्यालय ने भी उन्हें श्रेष्ठतम संकाय पुरस्कार से सम्मानित किया था।
गौरव का क्षण
इस उपलब्धि पर गढ़वाल विश्वविद्यालय परिवार ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. गौतम ने न केवल संस्थान बल्कि उत्तराखंड और देश का नाम रोशन किया है। शिक्षक दिवस पर मिला यह पुरस्कार शिक्षा और शोध के क्षेत्र में उनकी निरंतर उत्कृष्टता का प्रमाण है।