
रामनगर (नैनीताल): उत्तराखंड के रामनगर क्षेत्र में रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब एक मोटर पैराग्लाइडर तकनीकी खामी के कारण अनियंत्रित होकर एक खेत में गिर गया। यह घटना रामनगर के छोई क्षेत्र में शाम करीब 5 बजे की बताई जा रही है। पैराग्लाइडर में सवार दो लोगों को हल्की चोटें आईं हैं और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बाद सुरक्षित बताया गया है।
हवा में इंजन फेल, खेत में गिरा पैराग्लाइडर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पैराग्लाइडर हवा में उड़ा रहा था जब अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह नीचे गिरने लगा। इंजन में अचानक आई तकनीकी गड़बड़ी के चलते यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने तेज आवाज सुनते ही मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और घायलों को बाहर निकाला।
तकनीकी कारण से हादसा, प्रारंभिक जांच जारी
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उड़ान के दौरान इंजन फेल हो गया था, जिससे पैराग्लाइडर असंतुलित होकर नीचे गिर गया। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों में सुरक्षा और तकनीकी निरीक्षण अत्यंत जरूरी है।
पर्यटन की बढ़ती गतिविधियों पर सवाल
रामनगर और खासकर छोई क्षेत्र में साहसिक पर्यटन गतिविधियां, जैसे पैराग्लाइडिंग और मोटर ग्लाइडिंग, लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन हालिया हादसे ने इन गतिविधियों के संचालन में अपनाए जा रहे सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रोमांच के नाम पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है।
प्रशासन की सख्ती, जांच के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और पैराग्लाइडिंग आयोजकों को सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
उत्तराखंड में बढ़ रहे हवाई हादसे, हाईकोर्ट की नजर
पिछले कुछ समय में उत्तराखंड में हवाई गतिविधियों के दौरान कई हादसे हो चुके हैं। विशेषकर चारधाम यात्रा मार्ग पर हुए हेलीकॉप्टर हादसों ने चिंता बढ़ा दी है। नैनीताल हाईकोर्ट ने भी इन घटनाओं का संज्ञान लेते हुए सरकार से जवाब मांगा है और हवाई सुरक्षा के लिए ठोस नीति तैयार करने को कहा है।
रामनगर में हुआ यह हादसा एक चेतावनी है कि साहसिक गतिविधियों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी गंभीर परिणाम ला सकती है। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रशासन को कड़े नियम और सतत निगरानी सुनिश्चित करनी होगी।