
देहरादून/हरिद्वार/नैनीताल: उत्तराखंड में मौसम ने अचानक रुख बदलते हुए राहत और परेशानी दोनों साथ लेकर आई है। राज्य के कई जिलों में बीते 24 घंटों से झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। विशेष रूप से हरिद्वार और नैनीताल में तेज बारिश ने जहां लोगों को चिलचिलाती गर्मी और उमस से राहत दी, वहीं जलभराव और ट्रैफिक अव्यवस्था ने लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं।
हरिद्वार में तेज बारिश से तापमान में गिरावट
धार्मिक नगरी हरिद्वार में शुक्रवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। सुबह तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ शुरू हुई बारिश ने कुछ ही घंटों में शहर का मौसम पूरी तरह बदल दिया। बीते एक सप्ताह से चल रही प्रचंड गर्मी और उमस के बीच लोगों को राहत की सांस मिली है। तापमान में लगभग 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है, जिससे वातावरण में ठंडक महसूस की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते दो दिनों से दिन में बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। उमस और लू के थपेड़ों ने जीवन प्रभावित कर रखा था। ऐसे में बारिश ने सभी को कुछ सुकून दिया है। हालांकि राहत के साथ ही बारिश ने कुछ चुनौतियां भी पैदा की हैं।
बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। सुभाष नगर, भीमगोड़ा और देवपुरा जैसे क्षेत्रों में पानी भरने के चलते लोगों को आने-जाने में कठिनाई हो रही है। कई मुख्य सड़कों पर पानी जमा हो जाने के कारण यातायात बाधित हुआ है और जाम की स्थिति बनी हुई है।
नैनीताल में बारिश बनी मुसीबत का कारण
नैनीताल में भी सुबह से लगातार हो रही बारिश से मौसम सुहावना जरूर हुआ है, लेकिन साथ ही शहर की दैनिक गतिविधियां भी बाधित हो गई हैं। मुख्य बाज़ार क्षेत्र जैसे माल रोड, तल्लीताल और मल्लीताल में पानी भर गया है। लगातार बारिश के चलते स्कूली बच्चों, ऑफिस जाने वालों और पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं और बाजारों में सन्नाटा देखा जा रहा है। वहीं, नैनीताल-भवाली मार्ग पर कुछ जगह मलबा गिरने की सूचना है, जिससे यातायात बाधित हुआ। हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
मौसम विभाग की चेतावनी और प्रशासन की चिंता
मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। खास तौर पर हरिद्वार, उधम सिंह नगर, नैनीताल और पौड़ी जिलों में अगले 24 घंटे तक मौसम के सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
बारिश से जहां गर्मी से राहत मिली है, वहीं इससे निकासी व्यवस्था की पोल भी खुल गई है। जलभराव और जाम की स्थिति ने नगर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने हालात पर नजर बनाए हुए है और संवेदनशील इलाकों में टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
उत्तराखंड में मानसून के दस्तक से पहले इस प्री-मानसून बारिश ने एक ओर राहत पहुंचाई है तो दूसरी ओर चुनौतियों की भी याद दिला दी है।