
देहरादून: राजधानी देहरादून में इस वर्ष डेंगू संक्रमण की रफ्तार पर समय रहते लगाम लगाने में स्वास्थ्य विभाग को सफलता मिली है। अब तक डेंगू के 88 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 52 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। फिलहाल 13 मरीज निजी अस्पतालों में इलाज ले रहे हैं, जबकि अन्य की हालत स्थिर है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, समय पर की गई कार्रवाई और निरंतर निगरानी के कारण इस बार संक्रमण सीमित रहा है।
वर्षा के बावजूद नियंत्रण में डेंगू
बरसात के मौसम में आमतौर पर डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी जाती है, लेकिन इस बार हालात पहले से बेहतर रहे। डेंगू के नोडल अधिकारी डॉ. चंदन सिंह के अनुसार, भारी बारिश के बाद संभावित खतरे को भांपते हुए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने फॉगिंग, लार्वा सर्वे और कीटनाशक छिड़काव जैसी कई महत्वपूर्ण कार्रवाई समय रहते शुरू कर दी, जिससे मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाई जा सकी।
फॉगिंग और सर्वे बने अहम हथियार
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग कर रही हैं। अब तक शहर के 14,688 घरों का सर्वे किया जा चुका है, जिनमें 56 घरों में मच्छरों के लार्वा पाए गए। इन स्थानों पर तुरंत रसायनों का छिड़काव कर लार्वा को नष्ट किया गया है और लोगों को सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
ताजा मामलों में भी स्थिति सामान्य
स्वास्थ्य विभाग की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते दिन 104 लोगों की जांच की गई, जिनमें से चार मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए। इनमें तीन देहरादून के निवासी हैं और एक मरीज बिजनौर से है। सभी की हालत सामान्य है और उन्हें आवश्यक उपचार मिल रहा है।
जनजागरूकता बनी प्रमुख हथियार
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे घरों और आस-पास सफाई बनाए रखें। कूलर, गमले और टंकियों में पानी जमा न होने दें और नियमित सफाई करें। डेंगू का मच्छर दिन के समय साफ पानी में पनपता है, इसलिए सावधानी अत्यंत आवश्यक है।
नियंत्रण कक्ष से निगरानी
जिले में एक विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जहां से डेंगू के मामलों की निगरानी की जा रही है। सभी अस्पतालों को सतर्क किया गया है और नियमित रिपोर्ट साझा करने के निर्देश दिए गए हैं।
सावधानी ही सुरक्षा का आधार
डॉ. चंदन सिंह के अनुसार, प्रशासनिक प्रयास तभी प्रभावी हो सकते हैं जब आम नागरिक भी सतर्कता बरतें। वर्तमान में देहरादून में डेंगू की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन बारिश के चलते पूरी सतर्कता अब भी जरूरी है।